उत्तरकाशी। यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) से लौट रही श्रद्धालुओं की एक बस (bus of pilgrims) डायटा से दो किलोमीटर पहले अनियंत्रित होकर की गहरी खाई में गिर (fall into a deep gorge) गई है। बस में मध्य प्रदेश के 28 यात्री सवार (28 passengers from Madhya Pradesh) थे। इस दुर्घटना में 26 श्रद्धालुओं की मौत (26 pilgrims died) हुई है। हादसे में चार लोग घायल हैं। मौके पर पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस के कर्मी बचाव अभियान में लगे हैं। एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर रवाना हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहाने ने घटना पर दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने हादसे में मरने वालों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों का पचास हजार रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। साथ ही मध्य प्रदेश सरकार ने भी मृतकों के परिजनों को पांच लाख और घायलों को पचास हजार रुपये के मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देर रात भोपाल से रवाना होकर देहरादून पहुंच गए हैं।
रविवार देर सायं यमुनोत्री धाम से लौट रही श्रद्धालुओं की एक बस उत्तराकाशी जिले में डामटा से नौगांव के बीच रिखाऊँ खड्ड के पास अचानक खाई में जा गिरी। घटना की खबर मिलते ही एम्बुलेंस, बडकोट, एम्बुलेंस नौगांव एम्बुलेंस नैनबाग मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। बस में सभी श्रद्धालु मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के बताए जा रहे हैं। एसडीआरएफ टीम मौके पर है। बस में 28 श्रद्धालुओं के अलावा चालक और परिचालक सवार थे। हादसे में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। हादसे में चार लोग घायल हैं। इनकी पहचान उदय सिंह, अमिराजा, राजकुमार और हीरा सिंह के रूप में हुई है। घायल उदय सिंह के अनुसार बस में 28 यात्री थे। बस चालक गंगोलीहार पिथौरागढ़ निवासी हीरा सिंह भी घायल है।
घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने डॉक्टर्स एवं एम्बुलेंस को घटनास्थल पर रवाना किया। साथ ही पीएचसी डामटा एवं सीएचसी नौगांव में घायलों के उपचार करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश सीएमओ को दिए। जिलाधिकारी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे और वाहन दुर्घटना और राहत व बचाव कार्यों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन को तेजी से राहत व बचाव कार्य करने के निर्देश दिये गए हैं। धामी ने कहा कि अब तक 26 लोगों की मौत की खबर आई है। सभी राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं। डीएम और एसपी को मौके पर भेजा गया है। गृहमंत्री ने एनडीआरएफ की टीम मौके पर भेजी है। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था के निर्देश देने के साथ साथ ही घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों को यह कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें। साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।
घटना के संबंध में उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया है कि मध्य प्रदेश के पन्ना ज़िले से 28 तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही एक बस उत्तरकाशी ज़िले के डमटा के पास खाई में गिर गई है।
बस में 28 यात्री सवार थे। उनके नाम इस प्रकार हैं- राजकुमार (38), राजकुंवर (58), मेनका प्रसाद (56), सरोज (54), बद्री प्रसाद (63), करन सिंह (62), उदय सिंह (63), हक्कीराजा (60), चरनकली (61), मोतीलाल (62), बलदेव (77), कुसुमबाई (77), अनील कुमारी (50), करन बिहारी (69), प्रभा बाई (63), शकुंतला बाई (60), पार्वती बाई (62), शीलाबाई (61), विश्वकांत (39), चंद्रकला बाई (57), कंछेदीलाल (62), राजाबाई (59), धनीराम (72), कर्णबाई (57), विन्द्रावन (61), कमला बाई (59), रामसखी बाई (63), गीताबाई (55) सभी मप्र के पन्ना जिले के रहने वाले थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि ‘उत्तराखंड में चारधाम की तीर्थयात्रा पर यमुनोत्री धाम जा रही बस के खाई में गिरने से मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के तीर्थयात्रियों की मृत्यु बेहद दुखद, पीड़ाजनक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ।।ॐ शांति।।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि मैं और मेरी टीम उत्तराखंड सरकार एवं स्थानीय जिला प्रशासन के सतत संपर्क में है। घायलों के इलाज और मृतकों के शव को मध्यप्रदेश लाने की व्यवस्था की जा रही है। दुःख की इस घड़ी में परिवार स्वयं को अकेला ना समझे, हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये सहायता राशि प्रदान करने के संवेदनशील निर्णय के लिए आभार व्यक्त करता हूं। दुःख की इस घड़ी में हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ खड़े हैं। ईश्वर आपको संबल प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि मैंने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी जी से फोन पर चर्चा कर घायलों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने और उनके समुचित इलाज की व्यवस्था के लिए आग्रह किया है। मैंने पूरी घटना के रेस्क्यू के संबंध में जानकारी ली और सतत संपर्क में हूं। मैं मुख्यमंत्री धामी जी से निरंतर चर्चा में हूं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी जी के निर्देश पर कलेक्टर, एसपी सहित एसडीआरएफ भी मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए हैं। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव लगातार उत्तराखंड के मुख्य सचिव के संपर्क में हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारी एक टीम दिल्ली से उत्तराखंड के लिए रवाना हुई है, जो राहत, बचाव, इलाज के अलावा मृतक श्रद्धालुओं के शव परिजनों तक पहुंचाने की व्यवस्था करेगी। मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये सहायता राहत राशि दी जाएगी। घायलों का उपचार हमारी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उत्तराखंड में जब इतना बड़ा हादसा हुआ है, तो मुझे नींद आ ही नहीं सकती। मैं तुरंत देहरादून के लिए रवाना हो रहा हूं। मेरे साथ मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, डीजीपी, गृह सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारियों का दल भी जा रहा है। जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं।