भोपाल। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर सहित प्रदेश के दस जिलों में परिवहन विभाग युवा बेरोजगार महिलाओं को वाहन चालन का नि:शुल्क प्रशिक्षण देगा और साथ ही उन्हें मुफ्त लाइसेंस बनाकर भी देगा। प्रशिक्षण और लाइसेस पाने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर हो सकेंगी और अपने परिवार का भरण-पोषण भी कर सकेंगी।
प्रदेश के दस बड़े जिलों में महिलाओं को नि:शुल्क वाहन चालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। महिलाओं को ड्राइविंग प्रशिक्षण के लिए हर जिले में इसके लिए तीस से साठ स्थान रखे जाएंगे। चार महानगरों के अलावा सागर, रीवा, उज्जैन, झाबुआ, उमरिया और खंडवा जिलों में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी और जिला परिवहन अधिकारी के पास इस प्रशिक्षण को पाने के लिए इच्छुक महिलाओं को आवेदन करना पड़ेगा। परिवहन विभाग की वेबसाईट पर लॉगिन कर आवेदन पत्र डाउनलोड किया जा सकता है। जो आवेदन आरटीओ के पास आएंगे उनमें से तीस से लेकर साठ सीटों के आधार पर जरुरतमंद और इस प्रशिक्षण का फायदा उठा सकने वाली योग्य महिला आवेदकों का चयन किया जाएगा। आर्थिक रूप से कमजोर और शिक्षित महिलाओं को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी। आवेदकों का चयन करने के लिए हर जिले में एक चयन समिति भी बनाई जाएगी। इस चयन समितिमें कलेक्टर द्वारा नामांकित एक अधिकारी, महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी, आरटीओ और पुलिस अधीक्षक द्वारा नामांकित अधिकारी शामिल रहेंगे। यह चयन समिति योग्य उम्मीदवारों का चयन कर आरटीओ को देगी इसके बाद प्रशिक्षण की आगे तारीख तय कर तमाम व्यवस्थाएं की जाएंगी। जो महिलाएं इस प्रशिक्षण के बाद ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करना चाहेंगी उन्हें बिना किसी टेस्ट दिए, बिना लाइन में लगे केवल आवेदन के आधार पर नि:शुल्क ड्राइविंग लाइसेंस बनाकर दिया जाएगा।