इंदौर। इंदौर संभाग की सबसे बड़ी सेंट्रल जेल के बाहर आज सुबह उस समय हंगामा पूर्ण स्थिति बन गई जब जेल में बंद अपने भाइयों को राखी बांधने पहुंचे महिलाओं को निराशा हाथ लगी जेल प्रशासन ने उन्हें राखी बांधने की अनुमति नहीं दी और केवल उनसे राखी और अन्य सामग्री ले ली। इस पर जब महिलाओं ने जेल अधिकारियों से राखी बांधने की अनुमति देने की मांग की तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पिछले 2 सालों से राखी बांधने की अनुमति नहीं दी गई है इस बार भी नहीं दी जाएगी।

इस बात को लेकर इंदौर और दूरदराज के क्षेत्रों से आई महिलाएं नाराज हो गई और उन्होंने कहा कि एक ही त्यौहार है जिस पर भाइयों को रक्षा सूत्र बांधने आती है और उसकी अनुमति नहीं देकर जेल प्रशासन ने ठीक नहीं किया है मौजूदा महिलाओं ने जेल परिसर में जेल अधिकारियों खिलाफ जमकर नारेबाजी की काफी देर तक हंगामा चलता रहा बाद में महिलाएं सड़क पर भी आकर बैठ गई थी और चक्का जाम कर डाला काफी देर तक सड़क के दोनों और वाहनों की लाइन लग गई थी बाद में पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं मानी इस पर पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया।

अधीक्षक जेल अलका सोनकर ने बताया कि कैदी भाईयो को जो बहने रखी बांधने आई थी उनसे रखी और अन्य सामग्री ले ली है आज ही संबंधित कैदी भाईयो तक पोहंच जायेगी तथा स्टाफ की महिलाओं और बंदी महिलाओं से राखी बंधवा दी जाएगी। ज्ञात रहे कि आज के दिन बड़ी संख्या में महिलाएं अपने भाइयों को राखी बांधने आती है जिनमें मुस्लिम बहनें भी शामिल रहती हैं आज भी हिंदू और मुस्लिम बहनें बड़ी संख्या में पहुंची थी कुछ के साथ बच्चे भी सामिल थे।