रायपुर। पंजाब में कांग्रेस आलाकमान के कड़े फैसले के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह की कुर्सी खतरे में आ गई है। चर्चा है कि पंजाब विधायक दल की आज होने वाली बैठक में अमरिंदर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। महीनों से कैप्टन और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच मतभेदों के चलते पंजाब कांग्रेस में अस्थिरता का माहौल था। कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब के लिए राहुल गांधी की पहल पर कड़ा फैसला लिया गया है। पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन की आहट से छत्तीसगढ़ में भी राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
छत्तीसगढ़ के हालात भी पंजाब से काफी मिलते-जुलते हैं। सीएम पद के लिए ढाई-ढाई साल के फॉर्म्यूले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। करीब 15 दिन पहले इसी को लेकर पार्टी आलाकमान के साथ कई राउंड बैठक भी हुई थी। अपनी कुर्सी को खतरा देख बघेल अपने समर्थक विधायकों को लेकर दिल्ली पहुंच गए थे। तब जाकर उनकी कुर्सी सुरक्षित रह पाई थी।
सिंहदेव जिस ढाई साल के फॉर्म्यूले के आधार पर सीएम पद पर दावा कर रहे हैं, उसे राहुल की मौजूदगी में ही अंतिम रूप दिया गया था। माना यह जा रहा था कि आलाकमान बघेल के इस रवैये से खुश नहीं था। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व कोई कड़ा फैसला नहीं ले पा रहा था, क्योंकि बघेल के पक्ष में ज्यादा विधायक हैं। पंजाब में संभावित नेतृत्व परिवर्तन के बाद छत्तीसगढ़ में भी सिंहदेव और उनके समर्थक नए सिरे से इसकी मांग कर सकते हैं। ऐसा हुआ तो बघेल के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।