भोपाल । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा कि जनता पर महंगी बिजली का भार डाला गया तो कांग्रेस सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी। आम उपभोक्ताओं और किसानों को दी जा रही बिजली के दाम बढ़ाने की सूचना सामने आने पर कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। कमल नाथ ने ट्वीट किया कि हमने 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली प्रदान की और 150 यूनिट तक इंदिरा गृह ज्योति योजना का लाभ उपभोक्ताओं को प्रदान किया। अब कई-कई घंटों की अघोषित कटौती जारी है। मनमाने बिजली बिलों की मार जनता पर थोपी जा रही है। गुपचुप तरीके से बिजली महंगी करने की तैयारी की जा रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि हमारी 15 माह की सरकार में हमने आम उपभोक्ताओं और किसानों को सस्ती दर पर भरपूर बिजली प्रदान की। अब शिवराज सरकार आम उपभोक्ताओं और किसानों के लिए बिजली महंगी करने की तैयारी में है। मालूम हो, इस आशय की जानकारी नवदुनिया ने सबसे पहले दी थी और राजफाश किया था कि प्रदेश में अब आम उपभोक्ताओं के लिए बिजली महंगी करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

उधर कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को दिए जाने वाले 27 प्रतिशत आरक्षण को लेकर भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह जनसंख्या के आंकड़ों को लेकर भ्रम पैदा कर रही है। प्रदेश में जो 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण लागू किया गया है, वह मार्च 2019 के उसी आदेश के आधार पर किया गया है, जो कमल नाथ जी ने मुख्यमंत्री की हैसियत से जारी किया था। मालूम हो, मंत्री भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया था कि विस और हाई कोर्ट में कमल नाथ सरकार द्वारा दिए गए दस्तावेजों में ओबीसी की जनसंख्या के गलत आंकड़े देने के कारण इस वर्ग को आरक्षण नहीं मिल सका था।

वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि हार के डर से राज्य की सरकार ने एक लोकसभा सहित तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव टलवाए हैं। निर्वाचन आयोग के समक्ष मुख्य सचिव का यह तर्क सफेद झूठ है कि राज्य में बाढ़, कोरोना महामारी और आगामी त्योहारों की वजह से चुनाव कराना असंभव है। पूरा प्रदेश जान रहा है कि बाढ़ की स्थितियां क्षेत्र विशेष में थीं और राज्य सरकार खुद कोरोना संक्रमण में 95 प्रतिशत से अधिक स्थिति में सुधार होने का दावा कर रही है।

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