भोपाल: कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार रात को 88 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की. इनमें तीन सीटों पर बदले गए उम्मीदवारों के नाम भी शामिल हैं. दिमनी विधानसभा सीट का सियासी समीकरण बड़ा रोमांचक है. पार्टी के उम्मीदवारों की दूसरी सूची में सबसे प्रमुख नाम रवींद्र सिंह तोमर का है जो दिमनी विधानसभा सीट पर केंद्रीय कृषि मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर को चुनौती देंगे. अब इस सीट पर कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा. हालांकि पिछले उपचुनाव 2020 में कांग्रेस ने इस सीट से बाजी मारते हुए जीत हासिल की थी. चंबल की इस सीट में जातीय समीकरण का अहम रोल रहा है.

मुरैना जिले की 6 विधानसभा सीटों में से एक दिमनी विधानसभा सीट पर पिछली दो बार से कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी. इन्हीं परिणामों को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को इस सीट से मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रस भी इस सीट को हर हाल में जीतने की पूरी कोशिश करेगी. जातीय समीकरण की बात करें तो यहां तोमर समाज के सबसे ज्यादा 65000 वोटर्स हैं. वहीं अनुसूचित जाति वर्ग के 48000 वोट हैं. इसके अलावा साथ ही ओबीसी वर्ग के वोटर्स भी अहम भूमिका निभा सकते है.

वहीं पिछले दो चुनाव विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के गिर्राज दंडोतिया ने बीजेपी उम्मीदवार शिव मंगल सिंह तोमर को हराया था. वह सिंधिया समर्थक माने जाते थे, जिसके बाद सिंधिया के कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने पर गिर्राज दंडोतिया ने भी कांग्रेस छोड़ दी थी. 2020 उपचुनाव में बीजेपी ने दंडोतिया को मैदान में उतारा, जिसके सामने कांग्रेस ने रविंद्र सिंह तोमर को खड़ा किया और जीत हासिल की थी.

कांग्रेस की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची के मुताबिक दतिया से अवधेश नायक के स्थान पर राजेंद्र भारती, पिछोर विधानसभा सीट पर शैलेंद्र सिंह की जगह अरविंद सिंह लोधी और गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र से शेखर चौधरी के स्थान पर नर्मदा प्रसाद प्रजापति को उम्मीदवार बनाया गया है. पार्टी ने निवास विधानसभा क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के खिलाफ चैन सिंह वर्कड़े और सीधी से भाजपा उम्मीदवार एवं सांसद रीति पाठक के खिलाफ ज्ञान सिंह को टिकट दिया है.