रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां देवर से अफेयर के चलते एक पत्नी ने अपने पति की जहर देकर हत्या कर दी। बाद में हत्या की वारदात को छुपाने के लिए घर में भूसे के ढेर में लाश को करीब 17 महीनों तक छुपाकर रखा, लेकिन जब भूसा खत्म होने लगा तो लाश को ठिकाने लगाने के लिए महिला के देवर ने सर कटी लाश को एक नाले के पास फेंक दिया, जिससे इस हत्याकांड का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी पत्नी और देवर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो आरोपी फरार हैं।
समोसे की चटनी में जहर मिलाकर ली जान
आरोपी पत्नी ने पुलिस हिरासत में बताया कि उसकी रामसुशील से चार साल पहले दूसरी शादी हुई थी। लेकिन शादी के बाद उसका पति से अक्सर झगड़ा होता था। वहीं रामसुशील का परिवार के अन्य लोगों से जमीन विवाद भी चल रहा था। रोज-रोज के झगड़े से तंग आकर महिला की नजदीकी उसके चाचा ससुर के लड़के गुलाब से हो गई। देवर और भाभी के अफेयर की खबर पति को लग गई तो वह पत्नी के साथ मारपीट करने लगा। देवर ने अपनी भाभी रंजना को समझाया कि जब तक रामसुशील जिंदा है हम साथ नहीं रह पाएंगे। देवर की बातों में आकर महिला ने मई 2021 में समोसे की चटनी में जहर मिलाकर पति को खिला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पति की मौत के बाद रंजना ने देवर गुलाब को फोन किया और मौत की खबर दी। जानकारी मिलने के बाद गुलाब घर पहुंचा और धारदार हथियार से लाश का गला काट दिया। बाद में शव को बोरे में भरकर अपने चाचा रामपति के खेत में बने भूसे के कमरे में दबा दिया। बीते 17 महीनों से लाश यहीं पर रखी थी, लेकिन जब भूसा खत्म होने लगा तो आरोपियों ने दिवाली के वक्त लाश को नाले के पास फेंक दिया।
मई 2021 में की हत्या, लाश भूसे में दबाई
रंजना ने बताया, देवर ने कहा कि भाई (पति) के रहते हम साथ नहीं रह सकते। हमने उसे मारने का प्लान बनाया। मई 2021 की रात मैंने समोसे की चटनी में जहर मिलाकर पति को खिला दिया। जब वह मर गया, तो देवर को खबर कर दी। देवर, अपने भाई अंजनी को लेकर घर आया। पति जिंदा न बचे, इसलिए धारदार हथियार से देवर ने पति का गला काटकर शव बोरी में भर दिया। दूसरे दिन देवर साइकिल से लाश वाली बोरी लेकर चाचा रामपति पाल के खेत पहुंचा। वहां भूसे वाले कमरे में लाश दबा दी। इस काम में चाचा के लड़के गुड्डू पाल, सूरज पाल ने भी मदद की। भूसा खत्म होने लगा तो 24 अक्टूबर 2022 को बोरी लाकर नाले में फेंक दी।
रीवा जिले की मऊगंज थाना पुलिस को 25 अक्टूबर की सुबह निबिहा गांव में सर कटा नरकंकाल मिलने की खबर मिली। मऊगंज थाना प्रभारी श्वेता मौर्य मौके पर पहुंचीं। उन्होंने FSL टीम को जांच के लिए बुलाय। नरकंकाल को संजय गांधी मेडिकल कॉलेज की फॉरेंसिक लैब में भेजा, वहीं, बिसरा सागर लैब भेजा गया। जांच के बाद फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. आरपी शुक्ला ने बताया कि कंकाल 35 साल के आसपास के युवक का है। पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए पता लगाया तो लोगों ने शव की शिनाख्त उमरी श्रीपत निवासी रामसुशील पाल (42) के रूप में की। पूछताछ में गांववालों ने बताया कि रामसुशील गांव में दिखाई भी नहीं दे रहा है। पत्नी विटोल पाल गांव में है। ग्रामीणों ने ही खुलासा किया कि पति पत्नी दोनों में अक्सर झगड़ा होता था। ग्रामीणों से मिली जानकारी के बाद जब रंजना को पकड़ा गया तो उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली। पुलिस ने फिलहाल विटोल पाल उर्फ रंजना पाल (40), उसके देवर गुलाब पाल (35) पुत्र मोहन पाल, अंजनी पाल (38) पुत्र मोहन पाल, रामपति पाल (65) पुत्र रमई पाल को गिरफ्तार कर लिया है। गुड्डू और सूरज फरार हैं।