भोपाल: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में आए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने इससे किनारा कर लिया है. कमलनाथ ने कहा कि मैं दिल्ली गया था. सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से कहा था कि मैं मध्य प्रदेश नहीं छोड़ूंगा. समय कम बचा है. मुझे ध्यान नहीं भटकाना. बाकी दिग्विजय सिंह इच्छुक हैं या नहीं ये उनसे पूछिए. इसके साथ ही कमलनाथ ने शशि थरूर के भी चुनाव लड़ने का राज खोलते हुए कहा कि उन्होंने पर्चा भरा है. थरूर से उनकी बात हुई थी
उन्होंने कहा कि मैंने पर्चा भरा है ताकि ऐसा ना लगे की चुनाव नहीं हो रहे. इस तमाम घटनाक्रम के बीच सीएम अशोक गहलोत आज दिल्ली पहुंच रहे हैं. यहां उनका कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात का कार्यक्रम है. बताया जा रहा है कि राजस्थान संकट और कांग्रेस अध्यक्ष के नामांकन को लेकर दोनों के बीच बातचीत होना संभावित है. राजस्थान के सीएम पद की रेस के सबसे मजबूत दावेदार सचिन पायलट भी दिल्ली में ही डेरा जमाए बैठे हैं.
सोनिया गांधी से की गई थी गहलोत की शिकायत
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के बीच राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पैदा हुए संकट के बावजूद अशोक गहलोत अभी रेस में बने हुए हैं. राजस्थान संकट के बाद कांग्रेस के कुछ नेताओं ने गहलोत की सोनिया गांधी से शिकायत की थी. लेकिन सूत्रों ने बताया कि गहलोत अभी रेस में हैं और अंतिम फैसला सोनिया गांधी को करना है. राजस्थान संकट पर कांग्रेस पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में अशोक गहलोत को इसके लिए जिम्मेदार नहीं माना गया है. वहीं राजस्थान के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि अशोक गहलोत एक अच्छे सौम्य इंसान और नेता हैं. जो भी फैसला होना है वो सोनिया गांधी लेंगी.
गहलोत फिर अध्यक्ष पद की दौड़ में हुए शामिल
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिये पहले सीएम अशोक गहलोत का नाम सबसे आगे था. लेकिन इस बीच राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन का मुद्दा आने और उस पर हंगामा होने के बाद अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत की उम्मीवारी पर संशय पैदा हो गया. कांग्रेस पार्टी में उपजे इस संकट के दौर में गहलोत की बजाय कमलनाथ समेत कई वरिष्ठ अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम सामने आए थे. लेकिन राजस्थान के घटनाक्रम के बाद पर्यवेक्षक की ओर दी गई रिपोर्ट में गहलोत को क्लिन चिट मिलने से अब गहलोत वापस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं.