भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने शादार जीत दर्ज की है. 230 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 163 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है और कांग्रेस 66 सीटों पर सिमट गई. तो वहीं मालवा निमाड़ ने एक बार फिर से बीजेपी को सत्ता की चाबी सौंप दी है. बीजेपी की बयार में मालवा निमाड़ की 66 सीटों में से बीजेपी की नौ नेत्रियों ने जीत का परचम लहराया है, तो ऐसे में नए मंत्रिमंडल में इस बार महिला मंत्रियों का भी दबदबा देखने को मिल सकता है.

एमपी के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की आंधी देखने को मिली, तो वहीं मालवा निमाड़ में एक बार फिर बीजेपी अपना दबदबा कायम करने में कामयाब रही. अब जब मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल की रेस शुरू हो गई है तो महिला विधायकों को भी उम्मीदें बढ़ी हैं. मालवा निमाड़ की 66 सीटों में से बीजेपी की 9 महिला विधायक चुनकर आई है. इनमें सात महिला विधायक ऐसी भी हैं, जो अनुभव के आधार पर मंत्री पद के लिए ताल ठोक रही है.

मंत्रिमंडल की रेस में इन विधायकों का नाम आगे
अर्चना चिटनीस (Archana Chitnis) बुरहानपुर से चार बार की विधायक हैं. अर्चना चिटनीस शिवराज सरकार में महिला बाल विकास और स्कूल शिक्षा मंत्री जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं. ऐसे में नए मंत्रिमंडल के लिए उनका दावा सबसे मजबूत माना जा रहा है. महू से आने वाली और शिवराज सरकार में पर्यटन और संस्कृति मंत्री रही उषा ठाकुर (Usha Thakur) चौथी बार जीतकर विधानसभा पहुंची हैं. हिंदूवादी विचारधारा और विवादित बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाली उषा ठाकुर भी नए मंत्रिमंडल में नजर आ सकती हैं.

मालिनी गौड़ (Malini Gaur) इंदौर विधानसभा चार से लगातार एक ही सीट को चार बार जीतने वाली महिला नेत्री हैं. मालिनी गौड़ इंदौर महापौर भी रह चुकी हैं. 2023 के चुनाव में 69000 से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज करने वाली मालिनी गौड़ भी मंत्री पद के लिए ताल ठोक रही हैं. पेटलावद से आदिवासी समुदाय में पैठ रखने वाली निर्मला भूरिया पांच बार की विधायक हैं और राज्य मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं. ऐसे में आदिवासियों को साधने के लिए निर्मला भूरिया को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.

बीजेपी महिला वोटरों को साधने में हुई सफल
देवास विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने वाली गायत्री राजे पावर (Gayatri Raje Pawar) का नाम भी मंत्रिमंडल के लिए सुर्खियों में हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा की पत्नी नीना वर्मा (Neena Verma) भी चार बार की विधायक रही हैं. ऐसे में मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए नीना वर्मा भी पूरा जोर लगा रही हैं. बुरहानपुर जिले की नेपानगर विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने वाली मंजू दादू (Manju Dadu) 2013 में भी विधायक रह चुकी हैं. मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए वे भी पूरा जोर लगा रही हैं.

हालांकि महिला विधायकों का कहना है कि मंत्रिमंडल में कौन शामिल होगा यह फैसला पार्टी करेगी. कहा जा सकता है विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) महिला वोटर को साधने की रणनीति में पूरी तरह कामयाब हुई. साथ ही महिला प्रत्याशियों पर भी मालवा निमाड़ की जनता ने भरपूर भरोसा जताया. ऐसे में मंत्रिमंडल की रेस में आखिर बाजी कौन मारेगा यह देखना भी दिलचस्प होगा.