नई दिल्ली । संसद के बजट सत्र के पहले मंत्रिपरिषद विस्तार की अटकलों ने मोदी सरकार के कई मंत्रियों की धड़कनें बढ़ा दी है। विस्तार या फिर फेरबदल होगा या नहीं, इसको लेकर अभी तक स्थिति साफ नहीं है। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा को लेकर मंत्रियों के कान खड़े हो गए हैं। वहीं, सरकार से बाहर के बीजेपी नेताओं को उम्मीद दिखाई देने लगी है।
दरअसल, मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में एक ही बार फेरबदल और विस्तार हुआ है। इसमें कई बड़े चेहरे सरकार से बाहर हो गए थे। प्रकाश जावड़ेकर, रविशंकर प्रसाद जैसे बड़े नेताओं को मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था। वहीं, मुख्तार अब्बास नकवी को भी मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया था। जेडीयू से गठबंधन टूटने के बाद आरसीपी सिंह को भी सरकार से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
मोदी कैबिनेट के संभावित विस्तार की अटलकों के बीच नेताओं में इस बात की धुकधुकी लगी है कि सरकार से किसका पत्ता कटेगा। हालांकि दूसरी तरफ ऐसे लोग खुश भी हैं जो सरकार से बाहर हैं। उन्हें लगता है कि हो सकता है कि इस बार उनका नंबर आ जाए। कुछ नेता तो मकर संक्राति से संसद सत्र शुरू होने तक दिल्ली में ही रहने के मूड में हैं कि अगर कुछ होता है तो फोन आएगा और वह ऐसे फोन से चूकना नहीं चाहते हैं।