मुजफ्फरनगर । मुरादाबाद के नागफनी क्षेत्र की शिव विहार कॉलोनी में बुधवार रात करीब 11 बजे सीओ कोतवाली देश दीपक सिंह के गनर अजीत कुमार ने सर्विस रायफल एके 47 से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। विवाद की वजह मायके में रह रही पत्नी का करवा चौथ का व्रत न रखना था।

इसी बात को लेकर दोनों के बीच फोन पर विवाद हुआ था। इसके बाद उसने उसने ठोड़ी के पास रायफल का नाल रखकर ट्रिगर दबा दिया। मकान मालिक की सूचना पर पुलिस और जांच पड़ताल की। सिपाही की आत्महत्या की सूचना मिलने पर परिजन भी आ गए।

मुजफ्फरनगर के सिखेड़ा थाना क्षेत्र के मोघपुर निवासी पवन कुमार हेड कांस्टेबल हैं। उनकी तैनाती इन दिनों हापुड़ जनपद में चल रही है। पवन कुमार ने बताया कि उनका बेटा अजीत कुमार 2019 बैच का सिपाही था। दूसरा बेटा अनुज कुमार गाजियाबाद में लेखपाल के पद पर तैनात है। अजीत कुमार भी पहले गाजियाबाद में ही तैनात था। सात माह पहले ही वह मुरादाबाद ट्रांसफर पर मुरादाबाद आया था।

अजीत की पुलिस लाइन मुरादाबाद में तैनाती चल रही थी। पुलिस लाइन से ही सीओ कोतवाली देश दीपक सिंह के हमराह में अजीत कुमार की ड्यूटी कर रही थी। अजीत नागफनी क्षेत्र में शिव विहार कॉलोनी में नटबाबा मंदिर के पास राकेश कुमार वर्मा के मकान में किराये पर रहता था।

पिता ने बताया कि डेढ़ साल पहले अजीत कुमार की शादी बागपत के जौनमाला निवासी चंचल के साथ हुई थी। पत्नी पति के बीच विवाद चल रहा था। वह नौ माह से मायके में रह रही थी। रात करीब 11 बजे ड्यूटी खत्म करने के बाद अजीत अपने कमरे पहुंचा था।

एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया उसने जांच में सामने आया कि उसने फोन पर पत्नी से बात की थी। तब उसे पता चला कि करवा चौथ पर पत्नी ने व्रत नहीं रखा है। दोनों में कहासुनी हो गई थी। इसके बाद उसने सरकारी रायफल एके-47 से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।

फायरिंग की आवाज सुनकर मकान मालिक के परिजन ऊपरी मंजिल पर पहुंचे तो अजीत के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की से झांक देखा तो अजीत का शव खून से लथपथ हालत में पड़ा था।

सूचना मिलने पर एसएसपी हेमराज मीना और एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया मौके पर पहुंचे गए और फोरेंसिक टीम मौके पर बुला ली गई। दरवाजा तोड़कर पुलिस कमरे में घुसी और जांच पड़ताल की। पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया का कहना है कि तहरीर मिलने पर केस दर्ज किया जाएगा। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इमरजेंसी में बुला लिए जाते हैं हमराह, इस लिए अजीत साथ ले गया था एके 47
एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि थाने, चौकी और पुलिस लाइन में तैनात पुलिस कर्मियों को ड्यूटी खत्म होने पर हथियार जमा करने होते हैं लेकिन हमराह को इमरजेंसी में तुरंत बुला लिया जाता है। इस लिए हमराह हथियार अपने साथ ही रखते हैं। अजीत कुमार की ड्यूटी सीओ कोतवाली हमराह के रूप में चली थी। इस लिए ड्यूटी खत्म होने के बाद वह रायफल एके 47 अपने साथ ले गया था।

पिता का आरोप, पत्नी और ससुराल वाले कर रहे थे उत्पीड़न
सिपाही के पिता पवन कुमार का आरोप है कि मेरे बेटे अजीत कुमार ने अपनी पत्नी चंचल और सास ससुर उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या की है। पत्नी नौ माह उसे छोड़कर मायके चली गयी थी। वह सामान अपने साथ ले गई थी। मैंने और हमारे रिश्तेदारों ने उसे बहुत समझाया लेकिन उसने किसी की एक नहीं सुनी। वह मेरे बेटे के साथ नहीं रहती थी। पत्नी अजीत पर दबाव बनाती थी कि वह अपने परिवार से कोई बस्ता नहीं रखे। इसके बाद ही वह साथ रहेगी। अजीत को तलाक लेने की धमकी दे रही थी। इसे लेकर उसका बेटा बहुत परेशान था।