औरैया अक्सर बुजुर्गों की एक पुरानी कहावत तो सुनी ही होगी, जो यह कहते नजर आते थे कि पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नबाब, खेलोगे कूदोगे होंगे खराब. यह कहावत आज सही साबित होती दिखी है. औरैया जिले मे जहां एक लडके का सपना दूल्हा बनते तक ही रहा गया.
दरअसल लडके की शादी पक्की हुई. शादी में देने वाली रकम भी सब कुछ ठीक ठाक था. जब लड़की ने लड़के से रूपये गिनने को कहा तो वह नोट नहीं गिन सका फिर क्या था लड़की ने तत्काल शादी से मना कर दिया और बारात बिन दुल्हन वापस लौट गई. इस बात की खबर जैसे ही गांव वालों को लगी तो चर्चा का विषय बन गया.
दहेज का पैसा नहीं गिन सका दूल्हा
औरैया जिले के बिधूना तहसील क्षेत्र के रामपुर गांव के एक पिता ने अपनी बेटी की शादी इटावा के भरथना के पास से तय की 7 तारीख को बारात आनी थी. घर में सभी लोग रिश्तेदार बारात आने का इंतजार कर रहे थे. बारात पहुंची सभी ने बारातियों का स्वागत सत्कार धूम धाम से करने में लग गए, तभी जय माला के दौरान लड़की को लड़के के दिमाग पर कुछ शक हुआ. लड़की ने शादी से मना कर दिया. लड़के को पैसे गिनने के लिए दिए गए, लेकिन लड़का पैसा नहीं गिन सका और लड़की ने तत्काल शादी से मना कर दिया.
बिन दुल्हन लौटी बारात
वहीं लड़की के इस निर्णय से परिवार और रिश्तेदारों की तरफ से सही फैसला लेने को सराहा. लड़की और लड़के पक्ष के बीच कुछ लोगों ने बैठ कर फेसला कराया, जहां दोनो पक्षों की सहमति के बाद बिन दुल्हन बारात लौट गई.
लड़की की ताई क्या बोलीं?
लड़की के भाई ने बताया जब पैसे गिनने के लिए लड़के को दिए तो वह सौ रुपए नहीं गिन पाया. 20 का नोट ही नहीं पता तो हम अपनी बहन की शादी कैसे ऐसे लडके से कर देते. लड़की ताई ने लड़की के फैसले को सही बताते हुए कहा कि लड़की की शादी होने के बाद क्या होता जब अभी लड़के का यह हाल था. लड़की की जिंदगी बर्बाद होने से बच गई.