सागर। मध्य प्रदेश के सागर (Sagar of Madhya Pradesh) के मालथौन थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग दंपती के साथ मारपीट की गई है। इसमें पति की मौत हो गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। मामले में पुलिस ने चार लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है। हालांकि अभी तक किसी के गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने भी घटना पर सवाल उठाए हैं।

ले जाने से रोकने की बात पर बदमाशों ने बुजुर्ग दंपती (elderly couple) पर हमला किया था। मालथौन थाना प्रभारी शकुंतला वामनिया ने बताया कि सोमत पुत्र बब्बू आदिवासी उम्र 60 साल निवासी बेसरा अपनी पत्नी राधाबाई आदिवासी उम्र 55 साल के साथ गांव से करीब 3 किमी दूर नदी किनारे टपरा बनाकर रह रहे थे। रविवार रात बुजुर्ग दंपती टपरी में थे। इसी दौरान कुछ लोग जंगल से लकड़ी (wood from the forest) लेने के लिए पहुंचे। आरोपियों की आहट सुन बुजुर्ग सोमत टपरी से बाहर आया और उन्हें जंगल से लकड़ी लेने जाने के लिए मना किया। इसी बात को लेकर आरोपियों और सोमत के बीच विवाद हो गया।

मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने झगड़े को टाला, लेकिन जंगल में बहस से गुस्साए हमलावर (angry attackers) देर रात सोमत की झोंपड़ी में घुस गए। हमलावरों ने सोमत को लाठियों से पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया। इस दौरान वृद्ध पति को बचाने की कोशिश करने के दौरान उसकी पत्नी को भी हमलावरों ने पीटते हुए जख्मी कर दिया। हमले से घायल आदिवासी बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हुई है। घटना के दौरान चीखें सुनकर जब ग्रामीण वहां पहुंचे तो हमलावर मौके से भाग निकले। दंपती के दो बेटे गुजरात में मजदूरी करते हैं।

बामनिया (bamnia) ने बताया कि बुजुर्ग की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या की गई है। घटना में जख्मी बुजुर्ग महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। शव को बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए हमलावरों पर हत्या का अपराध दर्ज कर लिया है। चार आरोपियों की नाम सामने आए हैं। महिला ने जितेंद्र, राजू समेत चार लोगों के नाम बताए हैं। इनमें एक महिला भी शामिल है। मालथौन थाना प्रभारी शकुंतला बामनिया ने बताया कि आरोपी ग्राम बेसरा के ही रहने वाले हैं और एक ही परिवार से हैं।

सागर के मालथौन में दबंगों ने बुजुर्ग आदिवासी दंपती को लाठियों से बुरी तरह पीटा। घटना में बुजुर्ग आदिवासी व्यक्ति की मृत्यु हो गई। प्रदेश में कोई दिन ऐसा नहीं जाता, जिस दिन किसी न किसी आदिवासी पर जुल्म ना होता हो। मैं सरकार से मांग करता हूं कि आदिवासी हत्या की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और हत्यारों को सजा दी जाए।