मुख्यमंत्री, कुसमी जिला सीधी के सामूहिक विवाह सम्मेलन में वर्चुअली शामिल हुए
भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि माँ और बहन-बेटी का कल्याण हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से प्रदेश में कई कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। राज्य सरकार ने बेटियों की जिंदगी आसान बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। बेटी,परिवार और समाज को बोझ न लगेऔर विवाह उत्सव एवं उल्लास के साथ हो,इस उद्देश्य से मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना आरंभ की गई। मुख्यमंत्री चौहान निवास स्थित कार्यालय भवन समत्व से सीधी जिले के कुसमी जनपद में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के सामूहिक विवाह सम्मेलन में वर्चुअली शामिल हुए। सम्मेलन में 132 जोड़ें परिणय-सूत्र में बंधे।
मुख्यमंत्री चौहान ने नव-विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद, शुभकामनाएँ और बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईश्वर से यही प्रार्थना है कि नव-विवाहितों के जीवन में सुख, समृद्धि, रिद्धि-सिद्धि और प्रसन्नता सदैव बनी रहे। भारतीय संस्कृति में विवाह को संस्कार माना गया है। यह जन्म-जन्म के रिश्तों का आधार है। नव-विवाहित दंपति, प्रेम, स्नेह और आत्मीयता से जीवन व्यतीत करें, दोनों परिवारों का मान-सम्मान, प्रतिष्ठा बढ़ायें तथा सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में प्रत्येक नव-दम्पति को 49 हजार रूपए की राशि प्रदान की जा रही है, जिससे वे गृहस्थी आरंभ करने के लिए अपनी जरूरत और पसंद के अनुसार स्वयं सामग्री ले सकें। मुख्यमंत्री चौहान ने “मामा की दुआएँ लेती जा-जा तुझको सुखी संसार मिले” की मंगल कामना के साथ नव-विवाहिता बेटियों को शुभकामनाएँ दी।