रतलाम: मध्यप्रदेश के रतलाम के प्रसिद्ध कालिका माता मन्दिर में दर्शन करने के लिए आने वाले श्रृद्धालुओं के लिए नया ड्रेसकोड लागू किया गया है. पुजारियों ने वेस्टर्न कल्चर के कपड़ों में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है. अब सिर्फ सात्विक वस्त्र पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं को ही प्रवेश दिया जाएगा. इसके लिए मंदिर के बाहर और अंदर बकायदा सूचना बोर्ड भी लगा दिया है.

कालिका माता मंदिर में पहली बार मंदिर के पुजारियों ने ड्रेस कोड लागू किया है. मंदिर में शहर के अलावा भी देश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इस कारण श्रद्धालुओं से सात्विक कपड़ो में मंदिर में आने के लिए पुजारियों द्वारा विनम्र आग्रह किया गया. अब भक्तों को मर्यादित वस्त्र पहनकर मंदिर में आना होगा. छोटे, कम कपड़े, वेस्टर्न कपड़े और चड्डा-बरमुडा पहनकर आने वाले भक्तगण को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. पुजारी के अनुसार अगर कोई भी वेस्टर्न व अमर्यादित वस्त्रों में आता है तो वह बाहर से ही दर्शन कर सकेगा, मन्दिर में आने नहीं दिया जायेगा.

मंदिर के दोनों एंट्री गेट पर नोटिस बोर्ड लगा दिया गया है. साथ ही गर्भ गृह और हवन कुंड परिसर में भी मर्यादित वेशभूषा में मंदिर के भीतर प्रवेश करने की सूचना नोटिस बोर्ड में लगाकर चिपकाई गई है. लिखा है कि वेस्टर्न कल्चर के कपड़ों में प्रवेश करना निषेध है. एक अन्य बोर्ड मंदिर के बाहर भी लगाया है, जिसमें लिखा है कि सभी धर्म प्रेमी भक्तों से निवेदन है कि मंदिर में मर्यादित वस्त्र पहनकर कर आवें. चड्डा-बरमुडा पहनकर न आवें. मंदिर की मान मर्यादा रखें.

मंदिर के पुजारी राजेंद्र शर्मा ने कहा कि मंदिर में कुछ लोग ऐसे वस्त्र पहनकर आते हैं, जो अमर्यादित होते हैं. इस कारण श्रद्धालुओं से मर्यादित वस्त्रों में मंदिर में दर्शन के लिए आने का अनुरोध किया है. पुजारी शर्मा ने श्रद्धालुओं से भारतीय संस्कृति का पालन करते हुए सात्विक वस्त्र में मंदिर में प्रवेश करने का अनुरोध किया है. जिससे मंदिर की शालीनता बनी रही. अमर्यादित कपड़े जैसे छोटी ड्रेस, मिनी स्कर्ट, बरमुडा, कटी-फटी जींस, नाइट सूट, हाफ पैंट समेत अन्य वेस्टर्न कपड़े पहन कर आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाई है.

मंदिर के पुजारियों ने जब यह फैसला सार्वजनिक किया तो मंदिर में आने वाले भक्त भी सहमत हुए. मंदिर में आने वाले एक भक्त प्रीति पालीवाल ने कहा कि आजकल देखा जा रहा है कि मंदिरों में शार्ट्स कपड़े पहनकर लड़कियां आ रही हैं. इससे हमारी संस्कृति व सनातन धर्म बिगड़ रहा है. सही फैसला लिया है. रतलाम के कालिका माता मंदिर में हर रोज हजारों श्रद्दालु दर्शन के लिए पहुंचते है. ये मन्दिर शहर के बिल्कुल बीच में होने के कारण आस-पास के गांव के लोग भी आसानी से यहां आ जाते हैं. यह मन्दिर एमपी के लोगो के बीच आस्था का बड़ा केंद्र है.