भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने ईडी के नोटिस पर पलटवार किया है। शनिवार को गोविंद सिंह ने मीडिया से कहा कि नोटिस में ना तो अपराध का ना ही कारण का उल्लेख है। हम ईडी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान में ईडी का कानून केवल इसलिए बनाया गया था कि किसी व्यक्ति ने यदि देश एवं विदेश में काले धन की अवैध संपत्ति बनाई है तो ईडी उस पर शिकंजा कस सके, परंतु आज ईडी का एक ही काम बचा है, वह बीजेपी की एजेंट बनकर काम कर रही है।
सिंह ने कहा कि बीते 13 जनवरी 2023 को मेरे नाम से एक समन आया जो उन्हें 24 जनवरी को प्राप्त हुआ, जिसमें यह समझ नहीं आया कि आखिर उसमें लिखा क्या है, मैने अधिवक्ताओं से भी जानकारी ली है कि मेरा क्या अपराध है? किस मुद्दे पर मुझे बुलाया गया? इसका नोटिस में कोई उल्लेख नहीं है? 27 जनवरी को दिल्ली आने को कहा गया था। आखिर किसके इशारे पर ईडी विपक्ष के नेताओं को परेशान करती है, सुबह से शाम तक ईडी दफ्तर में बैठाकर परेशान करेगी। ‘‘मैने अपने बड़े अधिवक्ताओं विवेक तन्खा, कपिल सिब्बल आदि को नोटिस बताया तो उनके द्वारा कहा कि ऐसा नोटिस पहली बार देखा है।’
सिंह ने कहा कि बीजेपी के नेताओं के कारनामों को उजागर न कर सके इसलिए भाजपा सरकार द्वारा ईडी के माध्यम से कांग्रेस के नेताओं को परेशान किया जा रहा है। बीजेपी सरकार, कांग्रेस नेताओं का गला घोंटने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने अधिवक्ताओं के माध्यम से नोटिस का जवाब दिया है कि किस आधार पर मुझे नोटिस भेजा गया है। सुप्रीम कोर्ट जाकर ईडी के खिलाफ याचिका दायर करेंगे। उन्हांने कहा कि सरकार की तानाशाही के खिलाफ यदि जेल जाऊंगा तो मंदिर जाना समझूंगा। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से सड़क पर जाकर इसका विरोध करेगी, कांग्रेस इस तरह के तानाशाही रवैये से डरने वाली नहीं है।
सिंह ने कहा कि मेरे जीवन में मैने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिसमें मुझे नीचा देखना पड़े, खेती किसानी के अलावा मेरे पास कोई काम नही हैं, मेरे पास न तो कोई कंपनी है और न ही मेरे पास किसी कंपनी के शेयर हैं। कंपनी कैसे बनती है, कैसे चलती है उसकी एबीसीडी भी मुझे पता नहीं। बीजेपी सिर्फ विपक्ष के नेताओं को भयभीत और दबाने का काम कर रही है।
सिंह ने कहा कि मुझे ईडी से समन भेजा गया है उसमें 2019 का कोई मामला बताया गया है लेकिन मामला क्या है ऐसा कुछ नहीं लिखा। मैं ईडी से पूछना चाहता हूं वह अभी तक क्या कर रही थी। अगले आठ महीने में चुनाव है, ईडी केवल भाजपा के इशारे पर नाच रही है। लेकिन आगामी 8 महीने बाद नवंबर के महीने में बीजेपी और कांग्रेस विधानसभा में चुनाव का मुकाबला करेगी । बीजेपी की नाव डूबने की कगार पर है क्योंकि इनकी नाव में कई छेद हो चुके हैं।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने पत्रकार वार्ता की शुरुआत में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह को भेजे गये समन के बारे बताते हुए कहा कि इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी द्वारा राजनीतिक दबाव बनाने के लिए कांग्रेसियों पर ईडी की कार्यवाही की शुरूआत राजनीतिक दबाव बनाने के लिए डॉ. गोविंद सिंह को समन भेजकर श्री गणेश किया गया है। भोपाल में ईडी का दफ्तर जो कि बीएसएनएल के किराए की बिल्डिंग में चल रहा है, तो फिर हमारे नेता डॉ. गोविंद सिंह को दिल्ली में बुलाने का औचित्य क्या है? इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की साजिश स्पष्ट तौर पर दिखाई पड़ती है। जिसकी कांग्रेस पार्टी घोर निंदा करती है, इस लड़ाई को डॉ. गोविंद सिंह अकेले नहीं लड़ेंगे, पूरी कांग्रेस मिलकर इस लड़ाई को लड़ेगी।