भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने की संभावना है। इससे बचाव के लिए संपूर्ण प्रदेश में सजगता और सतर्कता आवश्यक है। हमें मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कर कोरोना वायरस का सामना करना है। हमारा प्रयास यह हो कि लॉकडाउन की स्थिति निर्मित न हो और अर्थ-व्यवस्था सामान्य रूप से चलती रहे। कोरोना का सामना करने के लिए सभी व्यवस्थाएँ चाक-चौबंद हैं, यह सुनिश्चित करने लिए सभी प्रभारी मंत्री इस हफ्ते में अपने प्रभार के जिलों और अपने क्षेत्र के चिकित्सालयों का भ्रमण सुनिश्चित करें तथा ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन बेड, ऑक्सीजन पाइप लाइन आदि की व्यवस्था का आवश्यक रूप से परीक्षण कर लें।
मुख्यमंत्री चौहान मंत्रि-परिषद की बैठक के पहले मंत्रियों को संबोधित कर रहे थे। मंत्रि-परिषद की बैठक वंदे-मातरम गान के साथ आरंभ हुई।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि टीकाकरण के दोनों डोज़ लगने से संक्रमण की गंभीरता कम होती है। अतः दिसंबर अंत तक प्रदेश में सभी पात्र व्यक्तियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए प्रभारी मंत्री अपने प्रभार के जिलों तथा अपने क्षेत्र की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के साथ टीम भावना से कार्य करते हुए विशेष टीकाकरण के लिए वातावरण निर्मित करना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अगली केबिनेट मीटिंग के बाद अस्पतालों की स्थिति तथा टीकाकरण के लिए वातावरण निर्माण के उद्देश्य से संचालित की गई गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की जाएगी। अस्पतालों की स्थिति के संबंध में यदि कुछ सुधारात्मक उपाय करने हैं, तो उस संबंध में भी निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर जनवरी में आने की संभावना है। अतः जहाँ पूर्व से कोविड केयर सेंटर बने हैं, उन्हें बने रहने दिया जाकर उनकी व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन को सुनिश्चित किया जाए।