भोपाल । गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन लगाने की मंजूरी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में भी इसकी तैयारी शुरू कर ली है। हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर के साथ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और गाइनोक्लोजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया के साथ मिलकर गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन लगाई जाएगी। पिछले दिनों कुछ गर्भवती महिलाएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई। लिहाजा उनकी और बच्चे की सुरक्षा के लिए वैक्सीनेशन भी जरूरी है। दूसरी तरफ वैक्सीन की कमी भी बरकरार है।
पिछले दिनों केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने नेशनल टेक्नीकल एडवाइजरी ग्रुप की सिफारिश पर गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन लगाने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए। यह ग्रुप केन्द्र सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर ही गठित किया है और इसके मुताबिक गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीनेशन को पूरी तरह से सुरक्षित बतायागया। यहां तक कि दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी वैक्सीन लगाने की सलाह दी गई है। अभी जो तीसरी लहर का हल्ला मच रहा है और एसबीआई ने तो अगस्त-सितम्बर तक ही तीसरी लहर का अंदेशा जताया है, जिसके चलते तेजी से वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है, मगर एक समस्या वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर भी आ रही है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को भी इंदौर में वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर को तैयार भी किया जा रहा है।
बाल मृत्यु दर में कमी के लिए दस्तक अभियान
दस्तक अभियान 19 जुलाई से 18 अगस्त 2021 तक आयोजित किया जाएगा। अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त दल (एएनएम, आशा, एवं आंगनवाडी कार्यकर्ता) द्वारा 5 वर्ष तक की उम्र के बच्चों वाले परिवारों के घर-घर जाकर बच्चों में प्रायरू पाई जाने वाली बीमारियों की सक्रिय पहचान एवं उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जायेगा। इसका उद्देश्य 5 वर्ष से कम बच्चों में प्रमुख बीमारियों की सामुदायिक स्तर पर सक्रिय पहचान एवं त्वरित प्रबंधन करना है।