वाराणसी. वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र में गंगा किनारे एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 5 दोस्त गंगा में नहाते वक्त डूबकर मौत के मुंह में समा गए. मरने वाले सभी लड़के 15 से 18 साल के उम्र के थे. बताया जा रहा है कि टिक टॉक पर वीडियो बनाते वक्त यह घटना हुई है. पुलिस अभी तक की जांच में इस बात से इनकार कर रही है कि बच्चों की मौत टिक टॉक वीडियो बनाते समय हुई है. शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस आगे की जांच में भी जुट गई है.
जानकारी के मुताबिक वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र के गंगा किनारे सिपहिया घाट से लेकर नजदीक में ही स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल तक चीख-पुकार गूंज गई जब घाट किनारे नहाते वक्त 5 लड़के डूबने से मौत के मुंह में समा गए. मरने वाले सभी लड़के रामनगर क्षेत्र के 2 इलाकों वारी गढही और सिवान के थे और सभी स्कूल जाने वाले छात्र बताए जा रहे हैं. मरने वाले लड़कों में फरदीन (18), रेहान खान उर्फ लकी (15), तौसीफ (17), रिजवान (16) और शैफ (16) हैं.
इस दर्दनाक घटना के पीछे चौंका देने वाला कारण यह निकल कर सामने आ रहा है कि सभी पांचों लड़के गहरे दोस्त थे और गंगा में नहाते वक्त वे टिक टॉक वीडियो बना रहे थे. इस बारे में और जानकारी देते हुए रामनगर नगर पालिका अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि सभी लड़के घर से नाश्ता कर, तैयार होकर निकले थे. घर वालों को पता ही नहीं था कि वे लोग गंगा नहाने गए हैं.
रेखा शर्मा ने बताया कि अक्सर यह लड़के टिक टॉक वीडियो बनाया करते थे. आज मौसम सही होने की वजह से गंगा घाट किनारे टिक टॉक जाकर बनाने की सोची होगी. मरने वाले बच्चों का परिवार बहुत ही गरीब तबके का है. बच्चों का परिवार साड़ी की बुनाई से संबंधित काम किया करता है. पढ़ाई के अलावा बच्चे भी अपने घर के काम में हाथ बटाते थे.
एक स्थानीय व्यक्ति मेराज ने बताया कि मरने वाले सभी लड़के टिक टॉक वीडियो बनाने का शौक रखते थे. आज वे लोग गंगा घाट जाकर टिक टॉक बनाने लगे. गंगा किनारे टिक टॉक वीडियो बनाते-बनाते सभी गंगा में नहाने चले गए और यह हादसा हो गया. उसने आगे बताया कि लॉक डाउन होने के बावजूद लोग चोरी-छिपे गंगा घाट नहाने निकल जाते हैं.
मरने वालों में से एक के भाई मेहताब ने बताया कि टिक टॉक की बात सही नहीं है. इन सभी के पास मोबाइल तक नहीं है. सभी गंगा नहाने गए थे और पांचों डूबकर मर गए. वहीं कोतवाली सर्किल के सर्किल इंचार्ज प्रदीप सिंह चंदेल ने बताया कि सबसे छोटा लड़का नहाते वक्त डूबने लगा, जिसको बचाने में और भी लड़के गंगा में जाते गए और सभी डूबने लगे. पांचों के शवों को गोताखोरों और पुलिस बल की मदद से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है. मरने वाले सभी 14 साल से लेकर 18 साल के लड़के थे.
पुलिस अधिकारी से जब यह पूछा गया कि लॉकडाउन में गंगा में स्नान करना क्या प्रतिबंधित नहीं है? तो उनका जवाब था कि इस समय पूर्ण लॉकडाउन नहीं है और लोगों को गंगा की ओर जाने में कोई रोक नहीं है. टिक टॉक वीडियो बनाते वक्त हुए हादसे के बारे में सीओ प्रदीप सिंह चंदेल ने बताया कि अभी तक ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है और जांच में पता चलते ही अवगत कराया जाएगा.