ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने ग्वालियर पहुंचे। बता दें कि चंबल संभाग के मुरैना, भिंड, श्योपुर, गुना और अशोकनगर में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। इस दौरान सिंधिया के साथ राज्य सरकार के अन्य मंत्री भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने गुलाम नबी आजाद को लेकर भी उन्होंने चर्चा की। उन्होंने कहा कि उनके पूर्व कांग्रेस सहयोगी गुलाम नबी आजाद ने ग्रैंड ओल्ड पार्टी के साथ अपने लगभग पांच दशक पुराने जुड़ाव को समाप्त करने के एक दिन बाद आखिरकार खुद को “मुक्त” कर लिया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पत्रकारों से कहा कि, कांग्रेस की आंतरिक स्थिति अब कई वर्षों से स्पष्ट है। लेकिन अंत में, गुलाम नबीजी मुक्त हो गए। अध्यादेश की प्रति फाड़ने की घटना से लेकर अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के राहुल के कदमों को बचकाना करार देते हुए आजाद ने सोनिया गांधी पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि एक गैर-गंभीर व्यक्ति को पार्टी पर थोपने की कोशिशों का ही नतीजा है कि आज कांग्रेस राजनीतिक हाशिए पर चली गई है।
आजाद ने कांग्रेस के मौजूदा संगठन चुनाव को लेकर भी नेतृत्व पर हमला करते हुए इसे ड्रामा करार दिया है। कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला बेशक लंबे अर्से से चल रहा है मगर गुलाम नबी आजाद का पार्टी से नाता तोड़ने का फैसला कांग्रेस के लिए अब तक का सबसे बड़ा झटका है। गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को “अपरिपक्व” और “बचकाना” बताते हुए और पार्टी के शीर्ष पर “एक गैर-गंभीर व्यक्ति को थोपने” का आरोप लगाते हुए, अपनी प्राथमिक सदस्यता सहित कांग्रेस में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।
इस बीच, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि वह भाजपा कार्यकर्ता के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र निर्माण के लिए काम कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, सिंधिया शनिवार को ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने ग्वालियर पहुंचे थे।