भोपाल: मध्य प्रदेश की चुनावी राजनीति में एक और पावर ऑफ अटॉर्नी की चर्चा है. इस बार पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पावर ऑफ अटॉर्नी दी है. उमा भारती ने बीजेपी द्वारा ओबीसी वर्ग की महिलाओं को पर्याप्त संख्या में टिकट न दिए जाने पर दुख जताते हुए कहा है कि वह सिर्फ शिवराज सिंह चौहान के कहने पर चुनाव प्रचार के लिए जाएंगी.

यहां बता दे कि पिछले दिनों कांग्रेस की कपड़ा फाड़ राजनीति के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि उन्होंने गाली खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह को दे रखी है. शिवपुरी की सीट पर मचे बवाल में दोनों के बीच कपड़ा फाड़ राजनीति को लेकर पहले तल्खी हुई और बाद में एक मंच पर हाथ परिहास के दौरान कमलनाथ ने यह बात कही थी.

अब पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पावर ऑफ अटॉर्नी देने का ऐलान अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर किया है. इसमें उन्होंने साफ संकेत दिया है कि वे केवल शिवराज सिंह चौहान के कहने पर और उनकी बताई हुई सीटों पर ही चुनाव प्रचार के लिए जाएंगी. उन्होंने लिखा कि,”मैंने शिवराज जी को यह पावर ऑफ अटॉर्नी दे दी हैं की वो मुझे जब, जहां और जिस सीट पर कहेंगे मैं वहां बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में चुनाव प्रचार करने आउंगी .”

इसके साथ ही अपने ट्वीट में उमा भारती ने लिखा है कि,”विधानसभा चुनावों के लिए मध्य प्रदेश के 2 सीटें छोड़कर सभी उम्मीदवार घोषित हो गये है.सभी को मेरी बधाई एवं शुभकामनाएं. लेकिन मेरी यह बात सच निकली की महिलाओं को और ख़ास कर पिछड़ी जाति की महिलाओं को बिना आरक्षण के सत्ता में उचित भागीदारी संभव नहीं हैं.”

यहां बताते चलें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस ने इस बार लगभग 13 फीसदी टिकट महिलाओं को दी हैं. बीजेपी ने अभी तक 228 सीटों में उम्मीदवारों का एलान किया है. इनमें महिला प्रत्याशियों की संख्या सिर्फ 28 है. इसी तरह कांग्रेस ने 229 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है, जिसमें महिलाओं की संख्या 30 है. कांग्रेस ने बैतूल जिले की आमला विधानसभा सीट से प्रत्याशी का ऐलान अभी नहीं किया है. माना जा रहा है कि यदि डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर हो जाएगा तो कांग्रेस अमला सीट से उन्हें अपना प्रत्याशी बनाएगी.