पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मंगलवार को ओरछा में शराब दुकान पर गोबर फेंका। अपने एक ट्वीट में उन्होंने कहा- सरकार को ज्ञापन दिए और प्रशासन से भी इस दुकान को हटाने के लिए कहा। दुकान के विरोध में अब लोग कोई भी एक्शन लेते हैं तो अपराध नहीं कहा जाएगा, क्योंकि यहां दुकान खोलना ही महा अपराध है।

अगले ट्वीट में उन्होंने कहा- पवित्र गोशाला की गाय का थोड़ा सा गोबर मैंने शराब की दुकान पर छिड़क दिया है, अब मैं कल (बुधवार) भोपाल पहुंचकर इस विषय पर बात करूंगी। उमा भारती पिछले कुछ महीने से प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर आक्रामक नजर आ रही हैं। इससे पहले वे भोपाल में शराब दुकान पर पत्थर फेंककर अपनी नाराजगी जता चुकी हैं।

बोलीं- दुकान पावन नगरी के माथे पर बड़ा कलंक

मंगलवार को उमा भारती भोपाल से ओरछा आई थीं। शाम 7 बजे समर्थकों के साथ ओरछा के स्वामी विवेकानंद तिराहे स्थित देसी-विदेशी शराब की दुकान पर पहुंच गई। उन्होंने तीन-चार बार शराब की दुकान पर गोबर फेंककर पूरी दुकान गोबर से पोत दी। ट्वीट कर लिखा- ओरछा के प्रमुख प्रवेश द्वार पर यह दुकान इस जगह के लिए स्वीकृत ही नहीं है। यह किसी दूर गांव के लिए स्वीकृत है, लेकिन ओरछा के मुहाने पर खुली है। इस बारे में जनता ने और हमारे संगठन के लोगों ने लगातार धरने प्रदर्शन किए। सरकार को ज्ञापन दिए और प्रशासन से भी इस दुकान को हटाने के लिए बार-बार गुहार लगाई, क्योंकि यह इस पावन नगरी के माथे पर ही बड़ा कलंक है। यहां पर दुकान खोलना ही महाअपराध है।

 

दर्शन के लिए जाने वाले रास्ते में खोल दी दुकान

मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा- मेरी जानकारी में एक महीने पहले यह दुकान लाई गई थी। जिस रास्ते पर ओरछा के रामराजा सरकार के दर्शन के लिए जाते हैं, उसी रास्ते पर यह दुकान खोल दी गई। इसका मतलब यही है कि दर्शन के लिए जाने से पहले शराब का आचमन करें। यहां आने से पहले मैंने फोन भी किया था कि मैं दर्शन के लिए ओरछा आ रही हूं, मुझे दुकान बंद मिले। इसके बाद भी दुकान खुली मिली। इसके बाद हमने गोबर बुलवाकर छिड़क दिया।