बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा में नहीं बुलाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का दर्द छलक उठा। उन्होंने कहा कि मैंने प्रदेश में सरकार बनकर दी। साल 2020 में उपचुनाव में भी कसकर प्रचार किया। लेकिन जन आशीर्वाद यात्रा में नहीं बुलाया। उमा भारती ने कहा कि कम से कम निमंत्रण की औपचारिकता को निभानी चाहिए थी।

बीजेपी की फायर ब्रांड नेता कही जाने वाली उमा भारती रविवार को भोपाल के अयोध्या नगर में पौधा रोपण कार्यक्रम में पहुंचीं थी। पूर्व सीएम ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे प्रचार में बुलाएंगे। मैं भाजपा का ही प्रचार करूंगी।

मुझे नहीं बुलाया, उनको लगता है कि अब तो हम सरकार बना लेंगे
उमा भारती ने कहा – ‘आज बीजेपी की यात्राएं निकल रही। उनमें मुझे कहीं नहीं बुलाया। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैंने यहां सरकार बनाकर दी। मैंने 2020 में भी, अक्टूबर के महीने में कोरोना हो गया था मुझे। 11 दिन नहीं निकल पाए थे। भाजपा मिन्नतें कर रही थी कि आप आ जाइए। जब 28 सीटों पर चुनाव हुआ था तो 22 सीटों पर चुनाव जीते और मैंने कसकर प्रचार किया और जब आशीर्वाद यात्रा निकली, मुझे फिर नहीं बुलाया, क्योंकि उनको लगता है कि अब तो हम सरकार बना लेंगे।’

सिंधिया ने आपकी सरकार बनाई, मैंने भी तो सरकार बनाकर दी थी
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा – ‘मुझे चुनाव प्रचार में बुलाएंगे और मैं चली भी जाऊंगी। मैं भाजपा का ही प्रचार करूंगी। मैं भाजपा के लिए ही वोट मागूंगी। लेकिन मेरे मन में ये सवाल जरूर आता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आपकी सरकार बनाई तो मैंने भी तो एक पूरी सरकार बनाकर दे दी थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया मुझे बहुत प्रिय हैं। मेरे भतीजे हैं। प्राणों से प्रिय हैं।’

कम से कम निमंत्रण देने की औपचारिकता तो पूरी करनी चाहिए थी
उमा भारती ने कहा – ‘उनको ये ध्यान तो रखना था। मुझे नहीं जाना था। वो घबराते है कि मैं पहुंच जाउंगी तो सारा ध्यान मेरी तरफ चला जाएगा। मुझे नहीं जाना था। कम से कम निमंत्रण देने की औपचारिकता पूरी करनी चाहिए थी।’

कांग्रेस ने कहा- बुजुर्गों का अपमान करना बीजेपी की आदत
उमा भारती के बयान पर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की आदत अपने सब नेताओं को अपमानित करने की है। मोदी सरकार ने, शिवराज सरकार ने जो पुराने वरिष्ठ नेता हैं, उन सब को लगातार दरकिनार किया है।

सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने गुरु लालकृष्ण आडवाणी को बर्फ में लगा दिया, ऐसे मोदी जी, जिन्होंने मुरली मनोहर जोशी को समय से पहले रिटायर कर दिया है। एक लंबी लिस्ट है। फिर भी हम उनके परिवार पर क्यों टिप्पणी करें? वह जाने उनका परिवार है, लेकिन हिंदुस्तान की संस्कृति है, याद रखिएगा, जो अपने बुजुर्गों का तिरस्कार करता है उसे भगवान भी माफ नहीं करता है।है।

मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पिछले ढाई सालों से कई बार मप्र सरकार को घेरते नजर आईं हैं। चाहे वह शराबबंदी का मामला हो या, ताले में बंद धार्मिक स्थानों का मामला हो। उमा खुलकर सरकार को हिदायतें देती नजर आईं। अब उमा भारती ने विधानसभा चुनाव को लेकर 19 सीटों पर दावेदारी ठोकी है। सोशल मीडिया पर शनिवार को एक लेटर वायरल हुआ। यह लेटर उमा भारती ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को लिखा है। 25 अगस्त को लिखे गए इस लेटर में 19 सीटों पर उमा ने अपने समर्थकों के लिए टिकट मांगे हैं। इस पत्र में पूर्व सीएम उमा भारती ने लिखा है कि कुछ और नाम मैं अगली सूची में भेजूंगी। उमा का लेटर सामने आने के बाद बीजेपी खेमे में हलचल बढ़ी हुई है।

उमा भारती का कथित लेटर वायरल, 19 सीटों पर सर्मथकों के लिए मांगी टिकट
उमा भारती के नाम से शनिवार को एक लेटर वायरल हुआ। जोकि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को लिखा गया था। 25 अगस्त को लिखे गए इस लेटर में 19 सीटों पर उमा ने अपने समर्थकों के लिए टिकट मांगी हैं। उमा का लेटर सामने आने के बाद बीजेपी खेमे में हलचल बढ़ी हुई है।