जबलपुर। गोराबाजार बिलहरी स्थित पिंक सिटी में स्थित एक डुप्लेक्स में रात के समय अचानक आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि कुछ ही देर में घर का सारा सामान राख हो गया। यहां तक कि प्लास्टर भी उखड़ गया। इस अग्निकांड में दो महिलाएं और एक 7 साल की मासूम कन्या जिंदा जल गए। जबकि 70 वर्ष की वृद्ध महिला एवं उनके बेटे को कॉलोनी के लोगों ने बचा लिया।
गोराबाजार पुलिस के मुताबिक घटना गुरुवार 6 अगस्त की 2:30 AM (आधी रात के बाद) के लगभग घटित हुई है। पिंक सिटी गेट नंबर तीन के अंदर बीच कॉलोनी में डुप्लेक्स नंबर 78 में ये दुखद हादसा हुआ। मकान WCL में तैनात प्रोटोकॉल इंस्पेक्टर आदित्य सोनी का है। गुरुवार रात को वह घर पर थे। ग्राउंड फ्लोर पर उनकी 70 साल की मां कैंसर पीड़िता अनुराधा सोनी किचन के सामने लगे बेडरूम में सो रही थी। जबकि आदित्य सोनी, उनकी पत्नी नेहा सोनी (32), भोपाल निवासी बहन रितु सोनी (37) भांजी परी उर्फ अन्विष्टा सोनी (7) पहली मंजिल पर सो रहे थे।
कॉलोनी के गार्ड ने देर रात ढाई बजे आदित्य सोनी के मकान में आग देख शोर मचाया। कॉलोनीवासियों के साथ वह पहुंचा तो 70 साल की अनुराधा सोनी चीख रही थी। सामने आग लगी थी, जो फैलकर पहली मंजिल तक पहुंच गई थी। वहीं बालकनी से आदित्य सोनी चीख रहे थे। लोगों ने मां-बेटे को किसी तरह निकाला, लेकिन नेहा, रितु और परी कमरे में ही फंस गईं। नेहा बचने के लिए बाथरूम में छुप गई थी, लेकिन धुआं और आग की गरमी ने जान ले ली। नेहा की लाश बाथरूम में मिली। वहीं रितु और परी की लाश बेड पर पड़ी थी।
रात 2:39 बजे फायर ब्रिगेड को सूचना मिली थी। ड्राइवर अजय कुमार शर्मा दल के साथ मौके पर पहुंचे और आग बुझाई। आग बुझने के बाद लोग अंदर पहुंचे तो तीनों की लाश मिली। सूचना पर गोराबाजार टीआई सहित केंट सीएसपी भावना मरावी, एएसपी गोपाल खांडेल, एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा, विधायक केंट अशोक रोहाणी, नगर निगम कमिश्नर संदीप जीआर, नायब तहसीलदार नीरज कथरिया, एफएसएल डॉ. सुनीता तिवारी और फायर ब्रिगेड प्रभारी कुशाग्र ठाकुर पहुंचे थे।
मकान में आग से प्लास्टर तक उखड़ गया है। इन्वर्टर सहित टीवी, फ्रीज, घरेलू सामग्री, बिजली की लाइन आदि सब कुछ राख हो गया है। आग भूतल से फैला था। यह शार्ट-सर्किट ही था या कुछ और इसकी जांच की जा रही है। हादसे की खबर मिलते ही सोनी परिवार के करीबी भी पहुंचे हैं।