सिंगरौली । मध्य प्रदेश में सिंगरौली जिले के बरगवां थाना क्षेत्र में संचालित एक ढाबे में दो नाबालिग कर्मचारियो के शव पाए गए हैं. ये शव गुरुवार की सुबह ढाबे की पहली मंजिल पर बने एक कमरे में मिले हैं. दोनों नाबालिग बैगा परिवार से आते हैं, और वह इस ढाबे में काम करते थे.

दरअसल, युवकों ने ठंड से बचने रुम में सिगड़ी जलाई थी और सो गए थे. ऐसे में कमरे में बनी कार्बन मोनोआक्साइड गैस से दोनों की दम घुटने से मौत हो गई.फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

गोंदवाली गांव के पास बने केजीएफ फैमिली रेस्टोरेंट के दो कर्मचारी, 16 साल के मिथुन बैगा और 15 साल के बबुंदर बैगा, इस रेस्टोरेंट पर काम करके रात में खाना खाकर होटल के पहले मंजिल पर बने सर्वेंट क्वार्टर में जाकर सो गए थे. गुरुवार की सुबह जब होटल खोलने के लिए इन्हें बुलाया गया, तो यह दोनों नहीं उठे. ढाबे के मालिक ने जब उनके कमरे पर जाकर देखा, तो यह दोनों औधे मुंह जमीन पर लेटे हुए थे.

शंका होने पर होटल के मालिक ने मोबाइल से पुलिस थाने में इसकी सूचना दी. मामले की जानकारी मिलने पर, पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच की. इस पूरी घटना को लेकर सिंगरौली एसपी मनीष खत्री का कहना है की रात में दोनों कमरे में कोयले की सिगड़ी जलाकर सो रहे थे. इससे कार्बन मोनोआक्साइड गैस बन गई, और उसके जहर की वजह से दोनों की मौत हो गई. पोस्मार्टम कराया गया है और उसमें भी यही सामने आया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

बता दें कि सर्दियों में ठंड से बचने के लिए सिगड़ी या अलाव जलाने के कारण ऐसी घटनाएं आम हो जाती है. लोगों की लापरवाही के चलते इस तरह की दुर्घटनाएं हो जाती हैं.