दुर्ग पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने अंतरराज्यीय डकैत गिरोह के एक आरोपी और डकैतों का माल खपाने वाले एक एजेंट को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। सीएसपी चिराग जैन ने बताया कि रसमड़ा निवासी दिलीप टिंबर के मालिक दिलीप मिश्रा के घर 7 अगस्त मध्य रात्रि डकैतों ने धावा बोलकर पति-पत्नी को बंधक बना लिया था। डकैतों ने उनके हाथ पांव बांधकर आलमारी तोड़कर उसमें रखे करीब 35 तोला सोना और 26 हजार रुपए कैश लेकर फरार हो गए थे।

प्रार्थी ने अंजोरा थाना में आकर घर में डकैती की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने 22 दिनों तक मध्यप्रदेश के झाबुआ में कैंप करके भील गिरोह के डकैती में शामिल भंगू डावर, निवासी- नरवानी, जिला धार को गिरफ्तार किया। वहीं डकैती का सोना-चांदी खपाने वाले एजेंट भूरसिंह निवासी जिला धार को गिरफ्तार किया है। उन्होंने ने कहा कि डकैत गिरोह के दिलीप, गणपत, भाया, अनिल राठौर, अनिल बघेल फरार हैं।

पुलिस ने बताया भील गिरोह के सदस्य मध्यप्रदेश से बस बदलकर धार से इंदौर, हैदराबाद, रायपुर होते हुए दुर्ग के रसमड़ा पहुंचे थे। डकैतों ने रसमड़ा में डकैती से पहले हाइवे रोड में जाने के लिए पहले ऑटो का उपयोग किया। उसके बाद डकैती करके ट्रक से लिफ्ट मांगकर नागपुर की ओर भाग गए।

एएसपी ने बताया कि भील डकैत गिरोह के सदस्यों ने रसमड़ा के अलावा रिसाली के एनएसपीसीएल कॉलोनी, रायपुर के खम्हारडीह ओर पूर्व में कोरबा जिले के कटघोरा में भी नकबजनी और डकैती की घटना को अंजाम दिया था।

सीएसपी ने बताया कि आरोपी ने भंगू ने बताया कि डकैत और उसके साथियों ने 20 लाख रुपए का सोना-चांदी, दो घड़ी बेच दिया है। 26 हजार कैश भी खर्च कर दिए हैं। आरोपी भंगू से एक सोने की चैन, मंगलसूत्र, सोने का लॉकेट और अंगूठी बरामद किया गया है। वहीं एजेंट भूर सिंह से 5200 कैश, एक सोने का नेकलेस बरामद किया है।