अहमदाबाद । इस समय देश का आधा हिस्सा मूसलाधार बारिश से जूझ रहा है। यहां तक कि कई जगह बाढ़ जैसे हालत बने हुए हैं। गुजरात के अधिकतर जिलों में इन दिनों मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। राज्य के कई प्रमुख शहरों में लोगों को जलजमाव और ट्रैफिक जाम की समस्या से दोचार होना पड़ रहा है।
मौसम विभाग (IMD) ने अपने दैनिक पूर्वानुमान में कहा है कि गुजरात के विभिन्न हिस्सों में इस पूरे सप्ताह भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। विशेष रूप से, 19 जुलाई को यानी आज अमरेली, भावनगर, वलसाड, दमन और दादरा नगर हवेली जैसे स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त, पूरे राज्य में पूरे सप्ताह हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की उम्मीद है।
इससे पहले गुजरात के राजकोट, सूरत और गिर सोमनाथ जिलों समेत कई हिस्सों में मंगलवार को भारी से अत्यधिक भारी बारिश हुई। इस दौरान कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई और समान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) ने बताया कि राज्य के गिर सोमनाथ जिले की सूत्रपाडा़ तालुका में बीते 14 घंटों में मंगलवार सुबह 6 बजे तक सबसे अधिक 345 मिलीमीटर बारिश हुई। आईएमडी ने अगले कुछ दिनों के दौरान राज्य के अलग-अलग इलाकों, खासकर सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों के कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है।
राज्य प्रशासन ने गुजरात में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति और समग्र मानसून की स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की। एसईओसी ने कहा कि राजकोट जिले के धोराजी तालुका में सुबह 6 बजे से 14 घंटे की अवधि के दौरान लगभग 250 मिमी बारिश हुई, जबकि केवल दो घंटे में 145 मिमी बारिश दर्ज की गई। सूरत में भी भारी बारिश हुई और दिन के दौरान लगभग 104 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे दक्षिण गुजरात शहर में सामान्य जीवन बाधित हो गया।
जूनागढ़ जिले के कुछ हिस्सों में भी मूसलाधार बारिश हुई। राज्य सरकार ने कहा कि 19-21 जुलाई के बीच सौराष्ट्र क्षेत्र के अमरेली और भावनगर जिलों और दक्षिण गुजरात के वलसाड जिले में भारी बारिश होने की संभावना है और स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
दूसरी ओर गुजरात के 206 जलाशयों में से 43 को पानी के भारी प्रवाह के कारण हाई अलर्ट पर रखा गया है. सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि अठारह जलाशय अलर्ट मोड पर हैं और अन्य 19 के लिए चेतावनी जारी की गई है। राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि व्यापक वर्षा ने खरीफ फसलों की बुआई को बढ़ावा दिया है और इस सीजन में अब तक कुल खेती योग्य क्षेत्र में 71.31 प्रतिशत बुआई की गई है। बारिश की स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। राज्य में इस मानसून सीजन में अब तक औसत की करीब 56 फीसदी बारिश हो चुकी है।