धौलपुर: राजस्थान के धौलपुर जिले में हत्या की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यहां एक भाई ने सात साल जेल में बिताने के बाद जमानत पर बाहर आते ही अपनी सगी बहन को गोली से मारकर उसे मौत की नींद सुला दिया. इस कातिल भाई का अगला टारगेट उसकी बहन को भगाकर ले जाने वाला लड़का था. लेकिन उससे पहले ही वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया. इस आरोपी ने सात साल पहले बहन को भगाने वाले लड़के के पिता को मौत के घाट उतार दिया था. उसी की हत्या के आरोप में ही वह बीते सात साल से जेल में था. फिल्मी जैसी लगने वाली यह पूरी कहानी उत्तर प्रदेश से जुड़ी हुई है लेकिन इसका क्लाइमेक्स राजस्थान में हुआ है.
धौलपुर पुलिस की गिरफ्त में आया बहन की हत्या के आरोपी का नाम घनश्याम सिंह है. वह उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के आयेला गांव का रहने वाला है. धौलपुर जिले के दिहली थाना इलाके में चार दिन पहले एक महिला की लाश मिली थी. उसकी पहचान उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के आयेला गांव निवासी पिंकी ठाकुर के रूप में हुई थी. पुलिस ने जब इस केस की जांच आगे बढ़ाई तो उसके तार उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए मिले. इस पर पुलिस ने जांच का दायरा आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश से घनश्याम सिंह को पकड़ा. पिंकी ठाकुर घनश्याम की बहन थी.
घनश्याम इसलिए बन गया था बहन का दुश्मन
पुलिस की जांच में सामने आया कि घनश्याम की बहन पिंकी सात-साढ़े सात साल पहले अपने ही गांव के दूसरी जाति के एक युवक के साथ भाग गई थी. इससे घनश्याम भन्ना उठा और उसने पिंकी को भगाने वाले लड़के के पिता को मौत के घाट उतार दिया. बाद में पुलिस ने उसे हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. घनश्याम सात साल तक वह जेल में रहा. लेकिन उसके मन में बहन के प्रति आग जलती रही. वह एक माह पूर्व ही जमानत पर जेल से छूटा था. जेल से छूटते ही उसने अपनी बहन को मारने का प्लान बनाया. बाद में 14 दिसंबर को योजनाबद्ध तरीके बहन को धौलपुर जिले में लाकर गोली मार दी. घनश्याम ने लाश को धौलपुर जिले के ही दिहोली थाना इलाके में गाड़ दिया.
फरारी काटने के लिए महाराष्ट्र जाना चाहता था आरोपी
पुलिस पूछताछ में घनश्याम ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसका अगला टारगेट उसकी बहन को भगाने वाला लड़का था. घनश्याम सिंह ने पूछताछ में बताया कि उसे पता चल गया था कि पुलिस ने पिंकी ठाकुर की पहचान कर ली है. इसलिए वह फरारी काटने के लिए कुछ दिन पूना या महाराष्ट्र में अन्य किसी जगह जाने की सोच रहा था लेकिन उससे पहले ही पकड़ा गया. घनश्याम सिंह ने यह भी बताया कि उसका बदला तब पूरा होता जब वह उस लड़के को मार देता जो कि उसकी बहन को भगा ले गया था. क्योंकि इन दोनों की वजह से वह सात साल जेल में रहा.
घनश्याम ने पता कर लिया था कि वह लड़का कहां है
पुलिस की जांच में सामने आया कि घनश्याम सिंह ने पता कर लिया था कि वह लड़का आजकल फरीदाबाद रह रहा है. वह उसकी हत्या का प्लान बना रहा था. लेकिन इससे पहले ही घनश्याम की गिरफ्त में आ गया और तीसरी हत्या नहीं कर पाया. दिहोली थाना पुलिस हत्या के आरोपी घनश्याम सिंह से पूछताछ में जुटी है. पुलिस उससे हथियार बरामद करने का प्रयास कर रही है. इसके साथ ही इस हत्या में उसका साथ देने वाले दो साथियों की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है.