नई दिल्ली. कर्नाटक के रामनगर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एक महिला को अपने नवजात बच्चे को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. 40 वर्षीय महिला ने अपने 30 दिन के नवजात को डेढ़ लाख रुपये में बेच दिया था. इसका पर्दाफाश तब हुआ जब महिला के पति ने यह शिकायत दर्ज कराई कि उसका बेटा घर से लापता है और उसे अपनी पत्नी पर संदेह है. बताया जा रहा है कि पत्नी ने पति का कर्ज चुकाने के लिए ही नवजात को बेचा था.

दोनों पति-पत्नी दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं और अपने पांच बच्चों के साथ एक मुश्किल आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे थे, जिसके कारण उन पर 3 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज था. इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि महिला ने अपने दो सहयोगियों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया.

महिला के पति ने पहले भी प्रस्ताव को ठुकरा दिया था कि वे अपने नवजात बच्चे को पैसे के बदले बेच सकते हैं, लेकिन महिला ने बच्चे को बेंगलुरु की एक महिला को बेच दिया. पति के बयान के मुताबिक, 5 दिसंबर की शाम को जब वह काम से घर लौटे तो बच्चे को गायब पाया. उनकी पत्नी ने उन्हें यह बताया कि बच्चे को स्वास्थ्य समस्याएं थीं और उसे एक रिश्तेदार के जरिए डॉक्टर के पास भेजा गया था.

इस पर विश्वास करते हुए, उन्होंने रात का खाना खाया और सो गए. अगली सुबह वापस आने पर बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला. पत्नी ने पहले की जानकारी ही दोहराई, जिससे उनके संदेह और बढ़ गए. जब उन्होंने अपनी पत्नी से डॉक्टर या रिश्तेदार का संपर्क नंबर मांगा, तो उसने देने से इनकार कर दिया. उनके बीच बहस हुई और पति को सिर पर चोट भी आई.

… फिर महिला ने कबूला कि बेच दिया बच्चा
7 दिसंबर को पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस की महिला टीम ने महिला से पूछताछ की लेकिन उसने गुमराह करने की कोशिश की कि बच्चा उसके रिश्तेदार के पास है, लेकिन गहन पूछताछ के बाद उसने स्वीकार किया कि उसने बच्चे को 1.5 लाख रुपये में बेच दिया था.

पुलिस तुरंत बेंगलुरु गई और बच्चे को बरामद किया. इस मामले में मां, उसके दो सहयोगियों और खरीदार सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने बच्चे को बचाकर मंड्या के बाल कल्याण केंद्र भेज दिया है, और इस संवेदनशील मामले की आगे की जांच कर रही है.