शादी लाइफ के आरंभ के 2 वर्षों में रिश्‍ते के भावी विकास का लय-ताल निर्धारित होता है, इसलिए नवविवाहित जोडे इस समय का सदुपयोग करके स्‍वस्‍थ और ख़ुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए मज़बूत नींव तैयार कर सकते हैं। वैसे दांपत्य जीवन का शुरुआती कुछ महीना, जो ‘हनीमून का समय” कहा जाता है, परंपरागत रूप से आनंद और ख़ुशियोंभरा समय होता है। इसी के साथ नवविवाहितों को तरह‍-तरह के संवेदनशील विषयों के बारे में परस्‍पर सहमति के लिए रास्‍ते भी तलाशने होते हैं, जैसे- पति-पत्नी का आपसी सामंजस्य, उनके परिजनों व दोस्‍तों के साथ व्यवहार, फाइनेंस के निर्णय, एक-दूसरे की भिन्‍नताओं को जानना और सही व्‍यवहार के ज़रिए समाधान निकालना। आइए, नवविवाहित जोड़ों के रिश्तों को ख़ूबसूरत और मज़बूत बनाने से जुड़े सुझावों पर एक नज़र डालते हैं…

  1- खुलापन

  अगर दो लोगों के स्वभाव में अंतर है तो जरूरी है कि आप एक दूसरे कै साथ खुलकर रह सकें। अपनी भावनाओं को खुलकर बता सकें। इससे एक दूसरे को समझने में आसानी होती है और बिना परेशान हुए अपने लक्ष्य पर ध्यान दिया जा सकता है।  

2- ह्यूमर   अगर जीवनसाथी का सेंस ऑफ ह्यूमर होता है तो बातचीत में आसानी होती है और गंभीर बातें भी आसानी से की जा सकती हैं। इससे दोनों में प्यार और खुशी बनी रहती है। सेंस ऑफ ह्यूमर के जरिए दूसरों को भी खुश रखा जा सकता है और जल्दी लोगों को प्रभावित कर सकते हैं।

  3- विश्वास  

आज के दौर में जीवनसाथी पर विश्वास करना बहुत जरूरी है। विश्वास के साथ रिश्ता भी अच्छा रहता है और जीवन में खुशहाली रहती है। अगर दोनों में विश्वास रहता है तो प्रफेशनल लाइफ भी अच्छी चलती है।

  4- प्लेफुलनेस  

दंपती को अगर पता होता है कि जीवनसाथी को क्या पसंद है तो जिंदगी और आसान हो जाती है और आपको रोमांटिक पार्टनर कहलाने का मौका मिलता है। खिलवाड़ करने और चुटकी लेने से भी रिश्ते में मिठास आती है। अगर पार्टनर कोई गलती करता है तो आप उससे हल्के-फुल्के शब्दों में मजाक कर सकते हैं और मजाक-मजाक में गंभीर बात भी कही जा सकती है।

  5- जिज्ञासा

  रिश्ते में केवल प्यार, मिठास और रोमांस से काम नहीं चलता है बल्कि एक दूसरे के भीतर छिपी हुई दुनिया को जानना भी बहुत जरूरी है। इसीलिए मजबूत रिश्ते के लिए जरूरी हो कि जिज्ञासा भी हो।

  6- सकारात्मक सोच

  सकारात्मक सोच रिश्तों को मजबूतक करने में सहायक होती है। कई बार जीवन में मुश्किलें आती हैं और असहमति भी होती है लेकिन ऐसे में निराश नहीं होना चाहिए। जीवन को सही करने के लिए जो अच्छा तरीका हो, उसपर विचार करना चाहिए। आपके सकारात्मक रहने से जीवनसाथी पर भी प्रभाव पड़ता है और वह भी सही दिशा में बढ़ता है।  

7- स्वीकार्यता  

जरूरी नहीं है कि आपके जीवनसाथी में वे सारे गुण हों जो आप चाहते हैं। ऐसे में स्वीकार्यता बहुत जरूरी है। सच का सामना करने की क्षमता भी रिश्ते को लंबा चलाने में मदद करती है। जब आप सच को स्वीकार करते हैं तो मुश्किलों का सामना भी कर पाते हैं। अगर आपके पार्टनर को यकीन है कि मुश्किलों का हल निकलेगा तो वैवाहिक जीवन अच्छा और रिश्ता मजबूत रहता है।  

8- कृतज्ञता  

अगर आपका जीवनसाथी कुछ अच्छा करता है तो उसे अपने अंदाज में धन्यवाद जरूर दें। जरूरी नहीं है कि बोलकर ही धन्यवाद दिया जाए बल्कि आपमें कृतज्ञता का भाव होना चाहिए।

  9- कमिटमेंट

  जैसे-जैसे रिश्ता पुराना होता है उसमें कमिटमेंट बढ़ता जाता है। कोशिश करनी चाहिए कि शुरुआत से आप अपने शब्दों की कीमत समझें और वादे निभाएं। आपको हर कदम पर एक दूसरे का साथ देना चाहिए। बार-बार इस बात का जिक्र न करें कि ऐसा हुआ तो रिश्ता टूट जाएगा। इससे निगेटिविटी हावी होती है।

  10- मजबूत दोस्ती

  शादी के बाद जरूरी है कि आप जीवनसाथी के साथ दोस्त की तरह रह सकें। एक दूसरे की खिंचाई भी करें तो झगड़ा न हो। दरअसल कई बार गुस्से वाला मिजाज होने की वजह से दोस्ता जैसा रिश्ता बरकरार नहीं रह पाता इसलिए जरूरी है कि गुस्से पर काबू रखा जाए और जीवनसाथी के साथ दोस्तों की तरह पेश आया जाए।

  11- रोमांस

  साधारण बात है कि रोज तो वैलंटाइन्स डे नहीं हो सकता लेकिन कुछ खास मौकों पर उम्मीद की जाती है कि जीवनसाथी एक दूसरे को वक्त दें। कहीं घूमने जाएं या फिर अकेले में वक्त बिताएं। इससे जीवन में खुशियां बनी रहती हैं और कई सारी परेशानियों को भूलकर वे एक दूसरे के साथ अच्छा अनुभव करते हैं।  

12- गलतियों को भूलने और माफ करने में यकीन

  वैवाहिक जीवन में कई अच्छे पलों के अलावा झगड़ा भी कभी न कभी होता ही है। ऐसे में जरूरी है कि किसी बात को लंबे समय तक मन में बैठाकर माहौल खराब न किया जाए। छोटी-छोटी बातों को जल्दी भूलने और एक दूसरे को माफ कर देने से रिश्ते मजबूत रहते हैं।

  13- प्यार

मजबूत रिश्ते के लिए प्यार बहुत जरूरी है। पार्टनर की कमियों को नजरअंदाज करके प्यार बनाए रखने से संबंध मजबूत होते हैं। आपको पता होना चाहिए कि सच्चे प्यार का मतलब क्या है। प्यार को दिखाने का तरीका अलग-अलग हो सकता है बशर्ते आप उसे समझें।

  14- स्ट्रेंथ

  कई रिश्ते इसलिए टूट जाते हैं क्योंकि जीवनसाथी में मुश्किलों का सामना करने की क्षमता नहीं होती है। मुश्किलों में घबरा जाने से जीवनसाथी अकेला महसूस करता है और इससे संबंध विच्छेद होने की भी संभावना रहती है। कोई भी शख्स हमेशा मजबूत नहीं रह सकता लेकिन एक दूसरे को संभालने की हिम्मत जरूर होनी चाहिए।  

15- खुद से प्यार

  जब दंपती खुद से भी प्यार करते हैं तो वे ऐसा कुछ नहीं होने देना चाहते जिससे उन्हें नुकसान पहुंचे। इस तरह रिश्ते मजबूत होते हैं। लेकिन यह जनना बहुत जरूरी होता है कि हमारा जीवनसाथी खुश है या नहीं। जीवनसाथी की खुशी के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए।

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