भोपाल। एक ओर सामान्य प्रशासन विभाग और सभी सरकारी महकमों ने गोपनीय चरित्रावली लिखने के लिए समयसीमा तय कर रखी है लेकिन इसके बाद भी जलसंसाधन विभाग के 94 इंजीनियरों को केवल इसीलिए समयमान वेतनमान नहीं मिल पा रहा है क्योंकि उनकी आठ से नौ वर्षो पुरानी गोपनीय चरित्रावली (सीआर) नहीं मिल पा रही है।
जलसंसाधन विभाग के अधीक्षण यंत्री प्रशासन ओपी गुप्ता ने आयुक्त भू अर्जन एवं पुर्नवास रीवा, आयुक्त काडा भोपाल, सभी मुख्य अभियंताओं, सभी परियोजना संचालकों और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के संचालक को पत्र लिखकर कहा है कि प्रथम समयमान वेतनमान स्वीकृति के लिए उनके कार्यालयों में पदस्थ सहायक यंत्री सिविल के गोपनीय प्रतिवेदन विभाग को नहीं मिले है।
उन्होंने वर्ष 2013 से लेकर 2020 तक की अवधि के इंजीनियरों की गोपनीय चरित्रावली मांगी है। कुल 94 इंजीनियरों का समयमान वेतनमान गोपनीय चरित्रावली नहीं मिलने से रुका हुआ है। अगले दो दिन के भीतर इन सभी के गोपनीय चरित्रावली विशेष वाहक के माध्यम से प्रमुख अभियंता जलसंसाधन के गोपनीय प्रतिवेदन प्रकोष्ठ को उपलब्ध कराने को कहा गया है। इनमें से कई इंजीनियरों के तो चार से छह साल की सीआर उपलब्ध नहीं है।
शिवेश निहानी औन निषेश गौस्वामी की छह वर्ष की सीआर नहीं है। हितेन्द्र पाल सिंह की वर्ष 2013 और वर्ष 2017 से 2020 की सीआर नहीं है। दीपेन्द्र कुशवाह की पांच साल की सीआर नहीं है। कुछ इंजीनियरों की तीन वर्ष की सीआर नहीं है। इनमें अंकित सर्राफ, प्रदीप पांडेय, अंकुश शर्मा सहित एक दर्जन इंजीनियरों के नाम शामिल है।