भिलाई। बीते वर्ष शासकीय महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य के आत्महत्या प्रकरण मे पुलिस ने चार माह बाद महाविद्यालय के ही तीन प्राध्यपकों को गिरफ्तार कर लिया। इन तीनो पर प्राचार्य पर प्रताड?ा का आरोप है जो उनके सुसाईड नोट से मिला।
शासकीय महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. भुवनेश्वर नायक के आत्महत्या मामले में चार महीने बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। नंदिनी थाने के प्रभारी एसएन सिंह ने बताया कि 28 अक्टूबर 2021 की सुबह प्रभारी प्राचार्य डॉ. भुवनेश्वर नायक का शव पुराने कॉलेज के एक पुराने कमरे में फंदे से लटका मिला था। नंदिनी पुलिस ने घटना स्थल की जांच की तो उन्हें वहां से एक सुसाइड नोट भी मिला था। उसमें पता चला था कि प्रभारी प्राचार्य ने कॉलेज के तीन प्रोफेसर की प्रताड?ा से काफी परेशान थे। इसी के चलते उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया है। इसके बाद पुलिस ने राइटिंग एक्सपर्ट से सुसाइड नोट की लिखावट की जांच कराई।
जांच के बाद पाया गया कि सुसाइड नोट मरने से पहले प्रभारी प्राचार्य डॉ. भुवनेश्वर ने ही लिखा था। इसके बाद पुलिस ने राजनांदगांव बसंतपुर निवासी 54 वर्षीय प्रोफेसर डॉ. प्रशांत कन्नोजे, नंदिनी निवासी 45 वर्षीय प्रोफेसर ढालेश कुमार पटेल तथा समता कालोनी रायपुर निवासी 51 वर्षीय प्रोफेसर प्रमेन्द्र कुमार उपाध्याय को गिरफ्तार किया है। सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।