- पुलिस अफसरों को रात में थाने में औचक निरीक्षण का आदेश
- संकरी गलियों में भी चलेगा बुलडोजर
- धार्मिक स्थलों के लाउडस्पीकर पर कसेगा शिकंजा
भोपाल। प्रदेश में लोकसभा के मतदान के बाद पहली बाद बुलाई कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने पुलिस अफसरों को रात में थानों का औचक निरीक्षण करने के आदेश दिए, वहीं अतिक्रमण हटाने के लिए संकरी गलियों में भी बुलडोजर चलाए जाने के लिए कहा। उन्होंने चेतावनी दी कि कहीं से भी सड़क पर पूजा-नमाज की खबरें आईं तो उस जिले के पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने शहरों में संकरी गलियों से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में इन गलियों में पुलिस नहीं पहुंच पाती है। ऐसे में इन गलियों से अतिक्रमण हटाया जाए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने शपथ लेने के बाद पहली समीक्षा बैठक में संकरी गलियों से अतिक्रमण हटाने, धार्मिक स्थलों से लाउंडस्पीकर और खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने जहां लापरवाह पुलिसकर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई के लिए कहा, वहीं बेहतर काम करने वालों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देेने में देरी न किए जाने के भी निर्देश दिए। अपराध प्रभावित क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के लिए गांवों में भी पंचायत, जनजातीय कार्य विभाग के सहयोग से इस दिशा में पहल करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जुआ, सट्टा, प्रापर्टी संबंधी अपराध, धोखाधड़ी और सायबर क्राइम पर प्रभावी नियंत्रण के लिए हर स्तर पर सजग और त्वरित कार्रवाई की जाए। महिलाओं के विरूद्ध अपराध करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई हो।
2216 गांवों में जल्दी पहुंचेगी पुलिस
627 थानों की सीमाओं के पुनर्निर्धारण से प्रदेश के 2216 गांवों की थानों के बीच की दूरी कम हो गई है। अन्य राज्यों के बड़े शहरों की व्यवस्था का अध्ययन कर प्रदेश के प्रमुख शहरों की व्यवस्था के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सांसी, कंजर, पारधी परिवारों की अगली पीढ़ी के युवाओं को समाज की मुख्यधारा में लाने की दिशा में भी प्रयास हों। डोडा-चूरा को फसल मानकर उसकी नीलामी की व्यवस्था हो।
नर्सिंग घोटाले की जांच में कूदेगी मप्र पुलिस
प्रदेश में नर्सिंग घोटाले उजागर होने के बाद सीबीआई की देशभर में जमकर किरकिरी हो रही है। घोटाले की जांच में रिश्वतखोरी के मामले की जांच में मप्र पुलिस भी कूदेगी। अभी तक सरकार के सामने यह भी तथ्य सामने आए हैं कि व्यापमं घोटाले की सिंडिकेट ने ही नर्सिंग घोटाले की जांच में रिश्वतकांड को अंजाम दिया है। यही वजह है कि मप्र पुलिस भी नर्सिंग घोटाले की जांच करेगी।