टीकमगढ़ । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया को ‘देश का गौरव’ बताया। दरअसल, शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ टीकमगढ़ में माधवराव सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने देश के विकास के जो सपने देखे थे, हमारी सरकार उन्हें पूरा करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम यह संकल्प लेते हैं कि राजमाता से लोकमाता के रूप में प्रदेशवासियों के मन में वास करने वाली श्रद्धेय विजयाराजे सिंधिया और बड़े महाराज माधवराव सिंधिया ने प्रदेश के विकास के लिए जो संकल्प लिए थे, उन्हें हम अधूरा नहीं रहने देंगे।’’ इस दौरान सिंधिया भावुक हो गए।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘माधवराव सिंधिया ने पूरा जीवन भारत माता के लिए समर्पित किया। वे रेल मंत्री रहे और उन्होंने भारत में शताब्दी एक्सप्रेस आरंभ कर एक नए युग की शुरुआत की। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री, पर्यटन मंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री के रूप में भी देश की अभूतपूर्व सेवा की। उनके श्रीचरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित हैं।’ इस अवसर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ‘मेरे लिए यह भावुक क्षण है’।

बुंदेलखंड के लिए परिवार ने किया था काम
अपने दिवंगत पिता माधवराव के बारे में उन्होंने कहा कि उन्होंने (माधवराव) बुंदेलखंड को रेल सुविधायें देने का काम किया। अपने पूर्वजों के बारे में बताते हुए ज्योतिरादित्य ने कहा कि उन्होंने महराजा छत्रसाल की उस समय मदद की थी जब मुगलों ने उनके राज्य पर हमला कर दिया था। इससे पहले जिला क्षत्रिय महासभा ने माधवराव सिंधिया की प्रतिमा स्थापित करने का विरोध करते हुए कहा था कि बुंदेलखंड, खासतौर पर टीकमगढ़ के विकास में केंद्रीय मंत्री रहते हुए माधवराव सिंधिया का कोई योगदान नहीं रहा तो उनकी प्रतिमा लगाने का क्या औचित्य है।

2001 में हुई थी माधवराव सिंधिया की मौत
कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया की 2001 में एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी। उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया 2020 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए और बाद में उन्हें केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री बनाया गया।