नई दिल्ली। गुरुवार से नवरात्रि का पर्व शुरू होने जा रहा है जिसे देखते हुए महाराष्ट्र, बिहार समेत कई राज्यों की सरकार ने एसओपी जारी कर साफ कर दिया है कि इस मौके पर गरबा पर बैन रहेगा और कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। हालांकि इस अवसर पर दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मंदिर परिसरों में दर्शन करने की अनुमति रहेगी।

वहीं मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में कल यानी कि नवरात्रि के पहले दिन से भक्त दर्शन कर सकेंगे। सरकार ने इसके लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं। सिद्विविनायक मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों को पहले बुकिंग करानी होगी। जिसके बाद वो QR कोड के जरिए मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकेंगे। मंदिर के प्रशासन के मुताबिक हर घंटे 250 श्रद्धालुओं को QR को कोड दिया जाएगा साथ ही उन्हें कुछ खास नियमों का पालन करना होगा।  इसके अलावा कल से भक्त, शिरडी साईं बाबा समेत शनि शिग्णापुर मंदिरों में दर्शन के लिए जा सकेंगे। ऑनलाइन पास के जरिए 15 हजार भक्तों को शिरडी मंदिर में जाने की इजाजत होगी। मुंबई का मुंबा देवी मंदिर भी कल से खुलने जा रहा है। हालांकि मंदिर में केवल उन्हीं को प्रवेश की इजाजत होगी जो टीकाकरण करा चुके हैं. वहीं, फूल, माला, प्रसाद वितरण पर प्रशासन ने पूरी तरह रोक लगाई है।

बिहार में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट जरूर आई है लेकिन पूजा के दौरान भक्तों को नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। मास्क पहनना और शारीरिक दूरी का खास ध्यान रखना होगा। बिहार सरकार ने दुर्गा पूजा को लेकर कई दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके तहत दुर्गा पूजा के दौरान मेले या किसी समारोह से पहले प्रशासन से इजाजत लेनी होगी। पंडाल, मेलों और जुलूस में जाने वालों के लिए कम से कम वैक्सीन की एक डोज लेना अनिवार्य होगा। एक जगह बड़ी संख्या में लोगों के जमा होने पर पाबंदी रहेगी।

झारखंड में भी कोरोना के मामलों में कमी जरूर आई है लेकिन सोरेन सरकार संक्रमण का रिस्क लेना नहीं चाहती है। सरकार ने दिशानिर्देश जारी करते हुए भक्तों से कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है। पूजा पंडालों और मंडपों का आकार छोटा होगा। मां दुर्गा की प्रतिमाएं पांच फीट से ज्यादा की नहीं होंगी। आयोजन के दौरान प्रसाद/भोग का वितरण नहीं किया जायेगा। वहीं, 18 साल से कम उम्रवालों को पंडालों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा तो धूमधाम से होगा, लेकिन कोरोना को देखते हुए सरकार  के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। पूजा पंडालों में इस साल प्रसाद का वितरण नहीं किया जाएगा। वहीं पंडालों में 18 साल से कम के उम्र के लोगों को जाने की मनाही होगी। पंडाल में मास्क एवं सेनेटाईजर वितरण की व्यवस्था होगी। साफ सफाई और शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखना होगा।

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