आज के जमाने में अधिकतर लोग भागदौड़ भरी जिंदगी जी रहे हैं. इसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. वर्तमान समय में बड़ी तादाद में लोग शरीर के दर्द और थकान से परेशान हो रहे हैं. तीन महीने या इससे ज्यादा समय तक लगातार बॉडी पेन और थकान रहे, तो इसे क्रोनिक पेन और क्रोनिक फैटिग माना जाता है. एक स्टडी के अनुसार दुनिया में 30% से अधिक लोग पुराने दर्द से जूझ रहे हैं.

शरीर के दर्द के साथ थकान लोगों के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है. इससे भी करोड़ों लोग परेशान हो रहे हैं. कई महीनों तक लगातार थकान रहे, तो यह क्रोनिक फैटिग सिंड्रोम का लक्षण भी हो सकता है. दर्द और थकान से निजात पाने के लिए लोग दवाओं का सहारा लेते हैं. हालांकि कई लोग शिकायत करते हैं कि लंबे समय तक दवा लेने के बावजूद उन्हें इस परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

अमेरिकन एकेडमी ऑफ योगा इन मेडिसिन के प्रेसिडेंट डॉ. इंद्रनील बसु रॉय की मानें तो क्रोनिक पेन से राहत पाने के लिए ओपियेट्स और नॉन स्टेरॉइडल एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं उपलब्ध हैं. हालांकि ओपियेट्स दवाएं लेने से समय के साथ मरीजों के शरीर में दवा के खिलाफ रजिस्टेंस बन जाता है. जबकि नॉन स्टेरॉइडल एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं लेने से गंभीर साइड इफेक्ट हो सकते हैं.

क्रोनिक थकान सिंड्रोम से निजात पाने एंटी डिप्रेशन दवाएं दी जाती हैं, लेकिन लंबे समय तक इन दवाओं को लेने से मोटापा, इनफर्टिलिटी और डाइजेशन की दिक्कतें आ सकती हैं. कभी-कभी थकान का इलाज कॉग्निटिव बेहवियरल थेरेपी और ग्रेडेड एक्सरसाइज थेरेपी से किया जाता है. हालांकि इनसे भी पूरी तरह छुटकारा नहीं मिलता है. साथ ही दवाओं से छुटकारा पाना मुश्किल है.

डॉक्टर की मानें तो इन दोनों परेशानियों से योग राहत दिला सकता है. इस बात के वैज्ञानिक प्रमाण हैं कि योग कई तरह के पुराने दर्द और थकान को कम कर सकता है. योग दर्द वाले एरिया में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर, टॉक्सिक मेटाबॉलिट्स हटाकर और सूजन कम करके दर्द ठीक करता है. इसके लिए चंद्रभेदी प्राणायाम और भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास करना बेहद लाभकारी है. 

इसके अलावा क्रोनिक थकान सिंड्रोम में लेटकर किए जाने वाले योगासन थकान को कम करने में मदद कर सकते हैं. योग निद्रा जैसी विश्राम तकनीकें थकान को कम कर सकती हैं और मिनटों में तरोताजा महसूस करा सकती हैं. शवासन, अनंतासन, बालासन, पादचलनासन और नौकासन का नियमित रूप से अभ्यास करने से पुरानी थकान को दूर करने में मदद मिल सकती है.