भोपाल। चिलचिलाती गर्मी (scorching hot) से मध्य प्रदेश के लोगों को फिलहाल राहत (relief for the time being) मिलने के आसार नही है। लोगों को मानसून का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन इस बार मानसूनी बारिश के लिए लोगों को थोड़ा इंतजार करना होगा। मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश में मानसून (Monsoon in Madhya Pradesh) की दस्तक में अभी भी करीब 8 से 10 दिन बाकी है।

मानसून आने से पहले चिलचिलाती गर्मी सारे रिकार्ड तोड़ रही है। प्रदेश के 80 फीसदी इलाकों में अभी भी तापमान 42 डिग्री के पार है, अभी 3 दिन और ऐसे ही हालात रहेंगे। इधर शनिवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान नौगांव में 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि जून के महीने में पहली बार ग्वालियर का दिन का पारा 46.2 पर पहुंच गया। मौसम विभाग

मानसून आने से पहले चिलचिलाती गर्मी सारे रिकार्ड तोड़ रही है। प्रदेश के 80 फीसदी इलाकों में अभी भी तापमान 42 डिग्री के पार है, अभी 3 दिन और ऐसे ही हालात रहेंगे। इधर शनिवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान नौगांव में 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि जून के महीने में पहली बार ग्वालियर का दिन का पारा 46.2 पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने राजगढ़, ग्वालियर, दतिया, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निमाड़ी और सतना जिले में लू को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि मप्र में मानसून की रफ्तार इतनी धीमी है कि इस वजह से प्री-मानसून की बारिश भी नहीं हो रही है। बंगाल की खाड़ी में जो चक्रवात बन रहे हैं, वे पूर्वी दिशा की ओर मूव कर रहे हैं। इसी वजह से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में प्री-मानसून बारिश भी नहीं हो रही है। आगामी 10 दिनों तक मध्य प्रदेश में बारिश के आसार नहीं हैं। इसी बीच आगामी चार दिनों के भीतर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल और बुंदेलखंड में गर्मी बढ़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार अभी कहीं-कहीं बादल हैं, लेकिन नमी नहीं मिलने से बारिश के कोई आसार नहीं हैं। मानसून की धीमी गति के चलते अब मानसून 16 जून तक ही एक्टिव होकर मध्य प्रदेश पहुंच सकता है। ऐसे में इसके बाद ही कुछ राहत की उम्मीद है। इस बार मानसून की जोरदार दस्तक होगी। तेज हवाओं के साथ बारिश होगी।