रायपुर ।  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज यहाँ राजधानी रायपुर स्थित एक निजी होटल में एबीपी न्यूज द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम के प्रारंभ में दो मिनट का मौन रखकर देश के पहले सीडीएस शहीद जनरल बिपिन रावत, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मधुलिका रावत और शहीद अन्य जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। बघेल ने कहा राजनीति में जब आया तो यह सोचकर आया था कि मुझे जनता की सेवा करना  है.जनता की हक की लड़ाई लडऩा है, भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करने का मौका जनता ने दिया है, यह मेरा सौभाग्य है। नक्सल प्रभावित प्रदेश में रहा हूँ, डरता तो मैं नही साहब,झीरम घाटी की घटना के बाद से मौत से भी डर नही लगता।

गुजरात मॉडल क्या है, 7 साल से हम लोग ढूंढ रहे मिलता नहीं.राहुल जी कहते थे कि हमारी जब सरकार बने तो लोगो को लगे कि आम जनता की सरकार है.सरकार पर जनता ने विश्वास किया.बम्पर जीत के साथ 3 चौथाई बहुमत मिला.सबसे पहला काम, एयरपोर्ट से सीधे मंत्रालय गये. कैबिनेट का पहला फैसला 11 लाख किसानों का 9 हजार करोड़ रुपए ऋण माफी का,दूसरा 2500 रुपये धान खरीदी का.फिर लोहंडीगुड़ा में आदिवासियों की जमीन वापसी का फैसला लिया।

किसानों का प्रोटेस्ट खत्म नहीं स्थगित हुआ केंद्र सरकार ने अपना विश्वास खो दिया है.15 लाख जुमला साबित हुआ, 2 करोड़ रोजगार जुमला साबित हुआ.इतिहास से सीखना चाहिए, जीना नहीं चाहिए.मैं किसान हूँ, मैं जानता हूँ, वो दौर था जब फसल एमएसपी से ज्यादा मूल्य पर बिकता था तब सरकार एमएसपी पर खरीदती थी.पीएम आवास योजना पर कहा कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है  केंद्र हमारा पैसा नहीं दे रही है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे रग-रग में राम बसे हुए हैं.हम गाय के नाम पर वोट नही माँगते बल्कि उनके संरक्षण और संवर्धन के कार्य कर रहे है, राम आस्था है वोट मांगने के लिए नहीं.हमने आदिवासियों, किसानो, महिलाओँ और युवाओ को सशक्त किया है इसलिए छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा आज देश भर में है.हमारी सबसे बड़ी सफलता है कि अब पत्रकार यहां नक्सलियों से सम्बंधित प्रश्न  नही करते.हमने आदिवासी अंचल में रोजगार दिया, लघु वनोपज में वृद्धि की, समर्थन मूल्य में वृद्धि की, स्वास्थ्य ओर शिक्षा सुविधाओं में वृद्धि की है, उनका विश्वास सरकार के प्रति बढ़ा  है.कोई एक शख्स जो देश को सचेत करने का काम कर रहा तो  वो राहुल गांधी जी है.जो काम हमने शुरू किया उसे सफल करना है, गोधन न्याय योजना, गोबर खरीदी कर रहे, 8 लाख टन वर्मी कंपोस्ट समूह की महिलाओं ने बनाया है, अब गोबर से बिजली बना रहे, पेन्ट बना रहे, गांव को स्वावलंबी बनाना है, पुरखों ने समृध्द छत्तीसगढ़ का जो सपना देखा था उसे पूरा कर रहे हैं।