भोपाल। मध्य प्रदेश के आगामी समय में होने वाले विधानसभा और लोकसभा के उप-चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के लिए दो अक्टूबर का दिन खास अहमियत वाला हो सकता है क्योंकि इस दिन पार्टी अपने उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लग सकती है। राज्य में सियासी घमासान एक बार फिर तेज हो चला है क्योंकि तीन विधानसभा क्षेत्रों पृथ्वीपुर, रैगांव और जोबट के अलावा खंडवा संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव होना है। इन चुनावों के उम्मीदवारों के चयन के लिए दोनों राजनीतिक दलों कांग्रेस और भाजपा में मंथन का दौर जारी है। कांग्रेस की रणनीति भाजपा से पहले अपने उम्मीदवारों को तय करने की है।
कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो शनिवार को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ की मौजूदगी में पार्टी के बड़े नेताओं की भोपाल में बैठक होने वाली है। इस बैठक में तीन विधानसभा और एक लोकसभा के उम्मीदवारों के नामों के अंतिम रुप दिया जाएगा। पार्टी ने जिन जिलों में चुनाव होने वाले है वहां के प्रभारी, वरिष्ठ नेताओं और संगठन से जुड़े लोगों को बुलाया गया है।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ खंडवा संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव के लिए पूर्व मंत्री मुकेश नायक को प्रभारी और पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को सह प्रभारी बना चुकी है। साथ ही अन्य तैयारियां भी तेज हो गई हैं। वहीं कांग्रेस के प्रमुख दावेदार पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव दिल्ली में बड़े नेताओं से मुलाकात कर खंडवा संसदीय क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं।
कांग्रेस में खंडवा से प्रमुख दावेदार अरुण यादव को माना जा रहा है, मगर निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा भी उम्मीदवारी के लिए ताल ठोंक रहे हैं। फिर भी कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का दावा है कि खंडवा व पृथ्वीपुर के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के नाम लगभग तय हैं, सिर्फ चर्चा जोबट और रैगांव विधानसभा क्षेत्र को लेकर होने वाली है।