ग्वालियर| केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर के सुनियोजित विकास के एजेण्डे में शामिल कार्यों को गुणवत्ता के साथ तेजी से पूर्ण कराएँ। उन्होंने निर्देश दिए कि एजेण्डे में शामिल सभी 23 कार्यों की प्रगति की हर हफ्ते समीक्षा करें और फोटोग्राफ सहित इसकी रिपोर्ट उन्हें भेजें। मंत्री सिंधिया गुरूवार को शहर विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी मौजूद थे।

 केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि वे स्वयं भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हर सोमवार को अधिकारियों से चर्चा कर शहर विकास कार्यों की वस्तुस्थिति जानेंगे। उन्होंने कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में विकास कार्यों की समीक्षा के साथ-साथ कार्यों के पूर्ण होने की समय-सीमा और कार्यवार मॉनीटरिंग के लिये अधिकारियों की जवाबदेही निर्धारित की। बैठक में खासतौर पर मुरार नदी का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण, रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास, एलीवेटेड रोड़ प्रथम व द्वितीय चरण, चंबल पेयजल प्रोजेक्ट सहित शहर की अन्य पेयजल योजनायें, एयरपोर्ट निर्माण, वेस्टर्न बायपास, हजार बिस्तर अस्पताल, ग्वालियर टूरिस्ट प्लान, महाराज बाड़ा पर निर्माणाधीन पैदल मार्ग, मल्टी लेवल पार्किंग, जीईओ साइंस म्यूजियम, गवर्नमेंट प्रेस भवन का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण सहित बाड़ा के अन्य कार्य, थीम रोड़, कालीन पार्क, आईएसबीटी व डीआरडीई शिफ्टिंग सहित ग्वालियर शहर के अन्य विकास कार्यों की समीक्षा की गई।

 केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुरार नदी जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण के काम में और तेजी लाने पर जोर देते हुए कहा कि इसकी द्वितीय चरण की डीपीआर भी 25 मई तक हर हाल में तैयार कर ली जाए। उन्होंने कहा कि दोनों चरण के काम जनवरी 2024 तक पूरे कराए जाएँ। सिंधिया ने कलेक्टर सिंह को इस कार्य की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में लगभग 39 करोड़ रूपए की लागत से रमौआ डैम से जड़ेरूआ तक कुल साढ़े 12 किलोमीटर लम्बाई में मुरार नदी के फाउण्डेशन कार्य कराए जा रहे हैं। साथ ही रमौआ की ओर से लगभग ढ़ाई किलोमीटर लम्बाई में सौंदर्यीकरण कार्य भी कराए जा रहे हैं। द्वितीय चरण की डीपीआर लगभग 95 करोड़ रूपए लागत की होगी, जिसके तहत सम्पूर्ण साढ़े 12 किलोमीटर लम्बाई में मुरार नदी के जीर्णोद्धार सहित सौंदर्यीकरण कार्य कराए जायेंगे।  सिंधिया ने नगर निगम आयुक्त को मुरार नदी के कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। लगभग 535 करोड़ रूपए की लागत से हो रहे ग्वालियर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्लेटफॉर्म के फर्श पर ग्वालियर क्षेत्र के स्टोन (पत्थर) का उपयोग करें। उन्होंने कहा रेलवे स्टेशन के प्लेफॉर्म नम्बर 4 की ओर रेलवे ने सड़क चौड़ीकरण के लिये रेलवे द्वारा एनओसी जारी कर दी गई है। नगर निगम जल्द से जल्द इस सड़क का निर्माण कराए। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया एवं प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने स्टेशन पुनर्विकास कार्य को गति देने के लिये स्टेशन बजरिया की दुकानों की शिफ्टिंग कराने के लिये कलेक्टर से दुकानदारों के साथ बैठक कर जल्द से जल्द निर्णय लेने के लिये कहा है। साथ ही यह भी कहा गया कि दुकानों की शिफ्टिंग ऐसी जगह कराई जाए जहाँ से उनका व्यवसाय बेहतर ढंग से चल सके। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जोर देकर कहा कि स्वर्णरेखा नदी पर एलीवेटेड रोड़ का प्रथम चरण हर हाल में 15 सितम्बर तक पूर्ण कराएँ। साथ ही एक अगस्त तक द्वितीय चरण की टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण कराकर कार्य का भूमिपूजन कराएँ। उन्होंने कहा एलीवेटेड रोड़ के प्रथम चरण के साथ एयरपोर्ट का लोकार्पण कराया जायेगा। इसलिए एलीवेटेड रोड़ के काम में देरी न हो। ज्ञात हो प्रथम चरण में ट्रिपल आईटीएम के समीप से महारानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा तक 6 किलोमीटर लम्बाई में लगभग 407 करोड़ रूपए की लागत से एलीवेटेड रोड़ के का निर्माण हो रहा है। द्वितीय चरण में महारानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा से गिरवाई पुलिस चौकी एबी रोड़ तक लगभग 7.42 किलोमीटर लम्बाई में एलीवेटेड रोड़ का निर्माण होगा। द्वितीय चरण के निर्माण पर लगभग 926 करोड़ रूपए की धनराशि खर्च होगी। शहर की पेयजल योजनाओं की समीक्षा के दौरान केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शहर की सभी पेयजल परियोजनाओं का काम समानांतर रूप से जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा चंबल प्रोजेक्ट सहित अमृत-2 से शहर के वार्ड 61 से 66 तक की जल प्रदाय व्यवस्था और रमौआ व तिघरा पर प्रस्तावित ट्रीटमेंट प्लांट, शहर के 1 से 60 वार्ड तक की शेष बस्तियों में पेयजल आपूर्ति के लिये वितरण नेटवर्क बिछाने का कार्य साथ-साथ में किया जाए। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नगर निगम के माध्यम से एकरूपता के साथ शाइन बोर्ड बनाकर महाराज बाड़ा क्षेत्र की दुकानों पर लगवाए जाएँ। उन्होंने जीवाजी चौक पर ऊपर होकर गुजर रहे सभी प्रकार के तारों को हटवाकर अंडर ग्राउण्ड करने के निर्देश भी दिए। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने हजार बिस्तर अस्पताल में अब मानव संसाधन की कमी नहीं रहेगी। प्रदेश के केबिनेट ने 973 पदों की मंजूरी दे दी है। उन्होंने हजार बिस्तर अस्पताल परिसर में पाइप लीकेज, ड्रनेज सिस्टम चौक होने और भवन में क्रैक आने पर नाराजगी जताई। उन्होंने पीआईयू के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन सभी समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करें। साथ ही अतिरिक्त पाइप लाइन डालने का काम 15 मई तक पूर्ण करें। उन्होंने कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह को इस कार्य की स्वयं निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने जेएएच व हजार बिस्तर अस्पताल को जोड़ने के लिये प्रस्तावित अण्डर पास कार्य की प्रगति की वस्तुस्थिति भी जानी। उन्होंने ऊर्जा मंत्री तोमर से प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री से चर्चा कर इस कार्य को मंजूर कराने के लिये कहा।  शहर की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और प्रस्तावित सड़कों के निर्माण को लेकर उन्होंने जनप्रतिनिधियें के साथ बैठक कर सड़कों की सूची तैयार कराने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सूची के आधार पर युद्ध स्तर पर सड़कों की मरम्मत कराएँ। साथ ही नई सड़कों का निर्माण भी शुरू किया जाए। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के सुझाव पर केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कायाकल्प अभियान के तहत मंजूर हुई शहर की सभी सड़कों का एक साथ भूमिपूजन कार्यक्रम रखने के निर्देश भी बैठक में दिए। इसी तरह शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिये जनप्रतिनिधियों के सुझाव से कार्ययोजना बनाकर दो हफ्ते में क्रियान्वित करने के निर्देश दिए।  केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किले पर उरवाई गेट की तरफ भी फसाड लाइटिंग कराने के निर्देश भी बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि लाइटिंग के लिये धन की व्यवस्था करा दी जायेगी। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बैठक में कहा कि ग्वालियर एयरपोर्ट का निर्माण तेजी से जारी है। एयरपोर्ट को जोड़ने के लिये प्रस्तावित पहुँच मार्ग और शनिश्चरा रोड़ बायपास का निर्माण भी जल्द से जल्द धरातल पर लाएँ, जिससे एयरपोर्ट बनने पर आवागमन की दिक्कत न हो। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने टूरिस्ट प्लान की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि शहर में बाहर से आने वाले पर्यटकों पर ध्यान केन्द्रित करने के साथ-साथ ग्वालियरवासियों को भी अपने क्षेत्र में मौजूद पर्यटन वैभव से परिचित कराएँ। उन्होंने वाइल्ड लाईफ, धार्मिक हैण्डलूम व हैण्डीक्राफ्ट, आसपास के महल, ग्वालियर का खानपान, म्यूजिक व जलाशयों के टूरिस्ट सर्किट तैयार करने के लिये कहा।  मंत्री सिंधिया ने ग्वालियर शहर के विकास कार्यों की समीक्षा के लिये अपने डैश बोर्ड में प्रमुख योजनायें शामिल की हैं। उन्होंने कहा कि इसके जरिए हर हफ्ते एलीवेटेड रोड़, जीवाजी चौक के कार्य, थीम रोड़, बाड़े की मल्टी लेवल पार्किंग सहित अन्य विकास कार्यों की समीक्षा की जायेगी।  शहर को जोड़ने वाले चारों ओर के प्रमुख मार्गों के लिये मंजूर हुए प्रवेश द्वारों को भी जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश स्मार्ट सिटी के सीईओ को दिए। ज्ञात हो मुरैना रोड़ पर जयविलास पैलेस, भिण्ड रोड़ पर ग्वालियर किला, शिवपुरी लिंक रोड़ पर बेला की बावड़ी के समीप सास बहू का मंदिर और झांसी रोड़ पर मालवा कॉलेज के समीप तानसेन की थीम पर प्रवेश द्वार बनने जा रहे हैं। यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, लघु उद्योग विकास निगम की अध्यक्ष श्रीमती इमरती देवी, बीज एवं फॉर्म विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, पूर्व मंत्री श्रीमती माया सिंह, पूर्व महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल व मदन कुशवाह तथा कमल माखीजानी व मोहन सिंह राठौर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर व शहर विकास से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।