भोपाल। राज्य सरकार एक बार फिर खुले बाजार से पंद्रह साल के लिए दो हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने जा रही है। यह कर्ज इसी माह 31 जनवरी को लिया जाएगा।
राज्य सरकार रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया के ई कुबेर सिस्टम के जरिए यह कर्ज लेगी। इसके लिए देशभर की वित्तीय संस्थाओं से आॅफर बुलाए गए है। आॅनलाईन आॅफर में जो प्रस्ताव 31 जनवरी को सुबह साढ़े दस से साढ़े ग्यारह बजे के बीच आएंगे उन्हें रिजर्व बैंक द्वारा एक फरवरी को ओपन किया जाएगा। इस कर्ज की अदायगी एक फरवरी 2038 तक राज्य सरकार करेगी।
राज्य सरकार वित्तीय वर्ष में एक दर्जन से अधिक बार कर्ज ले चुकी है याने हर माह सरकार कर्ज ले रही है। अगले वित्तीय वर्ष के लिए बजट सत्र फरवरी अंत में शुरु होंना है उसमें नये वित्तीय वर्ष के लिए राशि का प्रबंध हो जाएगा। फिलहाल राज्य सरकार को फरवरी और मार्च की शेष अवधि के लिए राशि का इंतजाम करना है इसलिए सरकार कर्ज ले रही है ताकि सरकारी महकमों की बड़ी परियोजनाओं, सड़क, बिजली, पानी संबंधी योजनाओं में राशि की कमी न आए।
प्रदेश पर दो लाख 95 हजार करोड़ का कर्ज
सरकार पर वर्तमान में दो लाख 95 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। इसमें बाजार का ऋण 1 लाख 74 हजार 373 करोड़ रुपए का है। वित्तीय संस्थाओं का कर्ज 7 हजार 360 लाख रुपए है। वित्तीय संस्थाओं का कर्ज 12 हजार 158 करोड़ रुपए है। केन्द्र सरकार से राज्य ने 44 हजार 675 करोड़ का कर्ज ले रखा है। अन्य दायित्व 22 हजार 208 करोड़ के है। विशेष सिक्योरिटी राष्टÑीय बचत पत्र फंड से केन्द्र सरकार के जरिए मिली राशि 3 हजार 756 करोड़ रुपए है। इस तरह कुल 2 लाख 95 हजार 532 करोड़ रुपए का कर्ज राज्य सरकार पर बाकी है।