दमोह: मध्य प्रदेश के दमोह में आफत की बारिश का कहर जारी है. लगातार हो रही बारिश के कारण जिले के सभी ब्लॉक में नदी-नाले उफान पर हैं. इन हालातों के बीच एक अजीबो-गरीब वाकया भी नजर आया है. लोग इसे चमत्कार कह रहे हैं. दरअसल, जबेरा विधानसभा अंतर्गत आने वाले रोहणी गांव में प्राकृतिक आपदा चरम पर है. यहां से निकलने वाली गुरैया नदी उफान पर है. इसके तट पर भगवान हनुमान का मंदिर है. 4 अगस्त को नदी का वेग इतना था कि उसने पूरा मंदिर तहस-नहस कर दिया लेकिन, बजरंगबली की मूर्ति को हिला भी नहीं सका. इस घटना के बाद लोगों की आस्था बढ़ गई.

लगातार हो रही भारी बारिश के चलते गुरैया नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. नदी में बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए हैं. इसके पानी से रोहनी गांव जलमग्न हो गया. गौरतलब है कि मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश रेड, यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. दमोह, निवाड़ी, दतिया, भिण्ड, मुरैना, विदिशा, रायसेन जिलों में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. सीहोर, नर्मदापुरम, अशोकनगर, शिवपुरी, नरसिंहपुर, सागर, छतरपुर,टीकमगढ़ जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेज अलर्ट जारी हुआ है. भोपाल, बैतूल, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, देवास, शाजापुर, ग्वालियर में मध्यम से भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी हुआ है.

नर्मदापुरम में बढ़ा नर्मदा का जलस्तर
दूसरी ओर, बरगी डेम से छोड़ा गया नर्मदा का पानी नर्मदापुरम पहुंच गया है. यहां नर्मदा का जलस्तर 957 फीट हो गया. प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है. इधर, मौसम विभाग का कहना है कि नर्मदापुरम में अभी और भारी बारिश होगी. प्रशासन ने सेठानी घाट सहित अन्य घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है. कलेक्टर ने लोगों से निचले इलाकों में न जाने की अपील की है.

नरसिंहपुर में हालात खराब
नरसिंहपुर जिले में नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से झाँसी घाट डूब गया है. जिले के गोटेगांव से होते हुए जबलपुर जाने वाले मार्ग का संपर्क टूट गया है. भारी बारिश की वजह से झिकौली घाट भी डूबा. इससे जिले का रायसेन से सड़क मार्ग से सम्पर्क टूट गया है. भगवान ब्रम्हा की तपोस्थली बरमान के रेत व सीढ़ी घाट पूरी तरह जलमग्न हैं. ककरा घाट पर नर्मदा ब्रिज डूबने से तेंदूखेड़ा का गाडरवारा से सम्पर्क कट गया है. बरमान सतधारा घाट पर कहीं लोग सेल्फी, रील तो कहीं वीडियो बनाते नजर आए. प्रशासन ने निचली बस्तियों में अलर्ट जारी कर दिया है.