नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मिली जमानत को राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि जमानत मिलने से आप में नई ऊर्जा आएगी। खासकर दिल्ली में विकास से जुड़े प्रोजेक्ट पर अब तेजी से कम हो पाएगा। दिल्ली में महिलाओं को एक हजार रुपए देने का रास्ता भी साफ हो सकेगा। साथ ही, ई व्हीकल पॉलिसी और मोहल्ला बस सर्विस जैसी अहम योजनाएं भी आगे बढ़ेंगी।
मुख्यमंत्री के जेल जाने के बाद कैबिनेट बैठक नहीं हो पा रही थी, जिसके चलते कई अहम कार्य बीच में रुके हुए थे। इनमें सबसे अहम और बड़ा फैसला महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह दिए जाने का है जिसको लेकर केजरीवाल सरकार में बजट में घोषणा की थी, लेकिन मुख्यमंत्री के जेल जाने के कारण कैबिनेट बैठक नहीं हो पाई और इस योजना पर आगे कोई फैसला नहीं हो सका, लेकिन अब जमानत मिलने के बाद जल्द ही इस पर फैसला होने की उम्मीद है।
विधानसभा की तैयारी में जुटेंगे अगले वर्ष की शुरुआत में दिल्ली के अंदर विधानसभा चुनाव होने हैं, उससे पहले अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलना राजनीतिक रूप से काफी अहम है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में पानी का संकट हो या फिर अन्य विकास कार्य। तमाम मुद्दों पर आम आदमी पार्टी मुख्यमंत्री के जेल जाने के बाद से संघर्ष कर रही है, लेकिन अब इन तमाम मुद्दों पर राजनीतिक रूप से पार्टी कहीं अधिक मजबूती के साथ खड़ी होगी। इसी साल के अंत में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें पार्टी अकेले चुनाव मैदान में पूरी मजबूती के साथ उतर सकती है।
वही, महाराष्ट्र और झारखंड में गठबंधन के साथ ही दलों के साथ मिलकर अब नई राजनीतिक चुनौती भाजपा के लिए खड़ी कर सकती है। संसद सत्र में भी पार्टी आक्रामक रुख अपनाएगी। पंजाब से आप के तीन लोकसभा सांसद जीते हैं। साथ ही, इंडिया गठबंधन के साथ जाने और अलग अलग राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर अब अहम फैसले सीधे अरविंद केजरीवाल की निगरानी में हो सकेंगे।