महू: मध्य प्रदेश में बीजेपी की विधायक और पूर्व मंत्री उषा ठाकुर की एक मांग चर्चा में आ गई है. विधायक का कहना है कि दुष्कर्म करने वाले आरोपियों के माता-पिता को भी सजा मिलना चाहिए. उन्होंने न्यायपालिका से यह मांग की है. उषा ठाकुर का कहना है कि दुष्कर्म जैसी घटनाएं अच्छे संस्कार नहीं होने की वजह से भी होती है, क्योंकि दुष्कर्म करने वाले आरोपी संस्कार विहीन है. इसलिए उनके माता-पिता को भी सजा मिलनी चाहिए.

दरअसल, इंदौर की महू सीट से विधायक उषा ठाकुर का कहना है ‘माता-पिता की जिम्मेदारी है बच्चों को अच्छे संस्कार देना चाहिए, जिन बच्चों को अच्छे संस्कार नहीं मिलते वो नर पिशाची बनते हैं, ऐसी घटनाओं के लिए माता-पिता जिम्मेदार है इसलिए उन्हें भी दंड मिलना चाहिए, क्योंकि रेप और गैंगरेप की घटनाएं सुनकर आत्मा कांप जाती है. मध्य प्रदेश में बड़ी तादाद में दुष्कर्म के आरोपियों को लगभग 30 को फांसी की सजा मिली है. इसलिए माता-पिता को भी अपने बच्चों क अच्छे संस्कार देना चाहिए.’

पूर्व मंत्री ने न्याय पालिका को नसीहत देते हुए कहा ‘जो कहा जाता है कि 100 अपराधी छूट जाए पर एक बेगुनाह को सजा नहीं होनी चाहिए, इसलिए मेरी न्यायपालिका से साथ जोड़कर मांग है की 100 बेगुनाहों को सजा हो जाए पर 1 अपराधी नहीं छूटना चाहिए, जब न्यायपालिका ऐसा करना स्टार्ट कर देगी उस दिन देश में दुष्कर्म के मामले सामने नहीं आएंगे. क्योंकि यह सबसे खराब क्राइम है. वहीं उन्होंने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि गैंगरेप और रेप के मामलों में सियासत नहीं करनी चाहिए.

दरअसल, कोलकाता में हुई रेप की घटना के बाद देशभर में आक्रोश देखा गया है. ऐसे में अब उषा ठाकुर की दुष्कर्म के आरोपियों के माता-पिता को भी सजा देने की मांग फिलहाल चर्चा में आ गई है. उषा ठाकुर अपने बेबाक बयानों के लिए जानी जाती हैं. बता दें कि कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप और हत्या की घटना के बाद मध्य प्रदेश में भी डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया था. वहीं देश में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर कड़े कानून बनाए जाने की मांग भी उठी थी.