उज्जैन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव हिंदुत्व की पिच पर फ्रंट फुट पर खेल रहे हैं। रविवार को उज्जैन जिले के बड़नगर में एक स्कूल के उद्घाटन के दौरान पहुंचे एमपी के सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने तीन पंचायतों के नाम बदलने की घोषणा कर डाली। बड़नगर के एक कार्यक्रम के मंच से उनहोंने कहा गजनीखेड़ी पंचायत का नाम अब चामुंडा माता नगरी के रूप में जाना जाएगा, मौलाना का नाम बदलकर विक्रम नगर और जहांगीरपुर का नाम बादल कर कर जगदीशपुर रखने की भी उन्होंने घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने गजनीखेड़ी का नाम बदलते के दौरान कहा “यहां पर एक स्थान और बहुत ज्यादा पवित्र है। हजारों साल पुराना गजनी खेड़ी माताजी का चामुंडा माता की नगरी उसे स्थान से जो संबंध है क्या अद्भुत स्थान है। प्रहलाद जी का कार्यक्रम दो बार टाला लेकिन मां बुलाए तो बच्चा जाए कैसे, बेटे को बुलाकर ही मानी और प्रहलाद जी ने कहा मेरा जीवन धन्य हो गया इतना अच्छा स्थान लगा। गजनी खेड़ी पंचायत का नाम अब चामुंडा माता नगरी के रूप में जाना जाएगा बोलिए चामुंडा माता की जय।

वहीं मौलाना का नाम बदलने के पीछे उन्होंने वजह बताई। “इस बड़नगर विधानसभा में अपने बलबूते पर प्राइवेट सेक्टर में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट का काम कहीं होता है तो मौलाना में होता है। वहां पर अपने उद्यमशीलता के बलबूते पर पंजाब हरियाणा दिल्ली वहां जो मशीन नहीं मिलती है वह यहां पर मशीन मिलती है। इतना आनंद आता है मौलाना गांव के अंदर लेकिन नाम लिखो तो पेन अटकता है। मैं विक्रमादित्य की नगरी से आता हूं, मैंने पूछा इसका नाम क्या किया जाए तो विक्रमादित्य के आधार पर इसका नाम विक्रम नगर किया जाए तो आज के बाद इसका नाम विक्रम नगर किया जाएगा।

इसके बाद सीएम मोहन यादव ने कहा “अब मैं जो घोषणा करूंगा जहांगीरपुर की तो दोनों तरफ से आवाज आनी चाहिए जगदीशपुर हमारी पंचायत जहांगीरपुर जानी जाएगी। समाज का सम्मान सरकार करती है और जाने अनजाने नाम किस कारण से रखा गया मालूम नहीं लेकिन नाम से जो अटकता है वह संशोधित करने वाली सरकार भी हमारी सरकार है माननीय मोदी जी के नेतृत्व में।