भोपाल।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भगवान परशुराम जयंती पर पुजारियों के मानदेय में वृद्धि करने के बाद अब राज्य सकार शासन द्वारा संधारित मंदिरों के पुजारियों को प्रशिक्षण देगी। ये ऐसे मंदिर हैं जहां कलेक्टर, एसडीएम और तहसीलदार प्रशासक हैं या मंदिर इनके नियंत्रण में हैं। इसमें सामाजिक संस्कार के मामलों को फोकस कर टेÑनिंग देने की रणनीति पर काम होगा। इसके साथ ही बच्चों में मंदिर और समाज को लेकर सशक्त भूमिका जागृत करने के लिए इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने की भी तैयारी है।

प्रदेश की संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में शासन संधारित लगभग 21 हजार मंदिर के पुजारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंदिर समाज के संस्कार केंद्र हैं। यही भावी पीढ़ी को समाज के मूल्य और आदर्श संचारित करते हैं। मंदिर के प्रति समाज की भूमिका और समाज में मंदिर के महत्व को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। प्रशिक्षण का पाठ्यक्रम और दिनचर्या का निर्धारण किया जा रहा है। मंत्री ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना की ट्रेन अब निरंतर चलाई जाएगी। वर्तमान में लगभग 150 ट्रेन चलाने की योजना बनाई गई है। आदिगुरु शंकराचार्य ने चार धाम स्थापित किए थे जिससे सनातन हिंदू धर्म के साधक चार धाम की यात्रा कर पुण्य प्राप्त कर सकें। मुख्यमंत्री ने आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा शुरू की गई तीर्थाटन संस्कृति को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है।