उज्जैन। भादौ मास के पहले सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी धूमधाम से निकाली जा रही है । अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर व हाथी पर मनमहेश रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकले हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से सवारी में भक्तों को शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है।
इस बार भादौ मास में भगवान महाकाल की तीन सवारी निकाली जाएगी। अब 30 अगस्त को दूसरी तथा 6 सितंबर को शाही सवारी निकाली जाएगी।दोपहर 3.30 बजे सभा मंडप में कलेकटर आशीषसिंह व पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ला भगवान के चंद्रमौलेश्वर रूप का पूजन कर पालकी को नगर भ्रमण के लिए रवाना किया। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी राजाधिराज महाकाल को सलामी दी।
इसके बाद अब सवारी बड़ा गणेश, हरसिद्धि चौराहा, झालरिया मठ के रास्ते शिप्रा तट पहुंचेगी। यहां महाकाल पेढ़ी पर पुजारी शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजा अर्चना किया जाएगा। पूजन के बाद सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि की पाल होते हुए शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर पहुंचेगी तथा शिव शक्ति का मिलन होगा। शाम को सवारी पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।