ग्वालियर ।  नवगठित जिला पंचायत साधारण सभा की पहली बैठक में पानी, बिजली, राशन व खाद वितरण एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर गहन विचार मंथन हुआ। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश कुँवर सिंह जाटव की अध्यक्षता में आयोजित हुई साधारण सभा की बैठक में जोर देकर कहा गया कि ग्रामीण अंचल के अस्पतालों में चिकित्सकों एवं पैरामेडीकल स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की ढ़िलाई न हो। साथ ही सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जल जीवन मिशन सहित सभी विभागों के कार्यक्रमों में जिला पंचायत सदस्यों को भी अनिवार्यत: भागीदार बनाएँ। साथ ही कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी भी उपलब्ध कराएँ। 
सिरोल रोड़ पर स्थित जिला पंचायत के सभागार में आयोजित हुई साधारण सभा की बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती प्रियंका सिंह सहित जिला पंचायत के अन्य सदस्यगण तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष तिवारी समेत विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष तिवारी ने बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत लगाए जा रहे शिविरों के साथ स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जाएँ। इन शिविरों में बीएमओ एवं सहयोगी स्टाफ दवाओं के साथ मौजूद रहें। उन्होंने बैठक में जानकारी दी की ग्रामीण अंचल की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिये शहर में संलग्न 39 एएनएम को फिर से गाँवों में पदस्थ कर दिया गया है। बैठक में स्वास्थ्य, विद्युत जल जीवन मिशन व सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा विस्तार से प्रजेण्टेशन दिए गए। 
 
मात्र 10 प्रतिशत बकाया जमा करने पर बदलेगा खराब ट्रांसफार्मर 
ग्रामीण क्षेत्र की विद्युत सेवाओं के प्रजेंटेशन के दौरान जानकारी दी गई कि ग्रामीण अंचल में बकाया विद्युत बिल की मात्र 10 प्रतिशत राशि जमा करने पर खराब ट्रांसफार्मर बदले जा रहे हैं। किसान भाई इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इसी तरह ग्रामीण अंचल में 100 यूनिट बिजली खपत पर मात्र 100 रूपए और 100 से 150 यूनिट बिजली की खपत पर 340 रूपए बिल अदा करना होता है। अभी तक इस योजना के तहत ग्रामीण अंचल में एक लाख 10 हजार उपभोक्ताओं को लाभान्वित कराया जा चुका है। ग्रामीण अंचल में प्रायवेट लोगों द्वारा विद्युत बिल वसूली करने की शिकायत की जाँच करने के निर्देश भी बैठक में दिए गए। 
 
जिले में खाद की कमी नहीं 
साधारण सभा की बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में खाद की कोई कमी नहीं है। किसान भाईयों द्वारा अत्यधिक मात्रा में एडवांस रूप से खाद का उठाव करने से कुछ संस्थाओं पर आ रही दिक्कत भी जल्द ही दूर हो जायेगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष तिवारी ने बैठक में जानकारी दी कि विभिन्न सहकारी संस्थाओं पर 25 टन के मान से यूरिया व अन्य उर्वरक का भण्डारण कराया जा रहा है। उप संचालक कृषि ने बताया कि इस साल किसानों को डीएपी भी उपलब्ध होगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि खाद विक्रय में गड़बड़ी करने वाली पिछोर की दो संस्थाओं पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। बैठक में सदस्यों से आग्रह किया गया कि गौवंशीय पशुओं में लम्पी वायरस के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल पशुपालन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दें। लम्पी वायरस की रोकथाम व उपचार के लिये जिले में पर्याप्त संसाधन व दवाएँ उपलब्ध हैं।