मध्य प्रदेश के भिंड जिले मरी हुई महिला के अंतिम संस्कार के बाद दौबारा जिंदा होने का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां एक मृत महिला अंतिम संस्कार के बाद जिंदा मिल गई. महिला को जिंदा देखकर हर कोई हैरान रह गया. दरअसल, मौ थाना पुलिस को डेढ़ माह पहले दंदरौआ रोड के ग्राम मढरौली के पास एक महिला का अधजला शव मिला था. इलाके के एक परिवार ने महिला की पहचान मेहगांव के वार्ड दो निवासी के रूप में की. मायके पक्षवालों ने ससुराल पक्ष पर महिला को जान से मारने का आरोप लगाया. हालांकि पुलिस ने अज्ञात लोगों पर 302 का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.

हैरानी की बात तो तब सामने निकल कर आई कि जिस महिला का अंतिम संस्कार हो गया और वह महिला जीवित हालत में मिली. इस बात का सुराग तब लगा जब महिला ने अपने बैंक खाते से लाड़ली बहना योजना के रुपये मथुरा में कियोस्क से निकाले. वह भूल गई कि जिस खाते से वह पैसे निकाल रही है, उस खाते में उसके पति का मोबाइल नंबर लिंक है.

महिला के पैसे निकालने का मैसेज जब पति के मोबाइल पर आया तो उसने इसकी पड़ताल बैंक में जाकर की. जानकारी मिली कि इस खाते से मथुरा के कियोस्क सेंटर से खाताधारक ने अपने फिंगरप्रिंट के आधार से निकाले हैं. इस बात की जानकारी पति ने पुलिस को दी. यह बात सुनकर पुलिस के कान खड़े हुए और इसकी जांच पड़ताल के लिए थाना प्रभारी संतोष यादव के मार्गदर्शन में सब इंस्पेक्टर विवेक प्रभात पुलिस टीम के साथ मथुरा में पहुंचे.

पुलिस उस समय हैरान रह गई जब कियोस्क सेंटर के सीसीटीवी फुटेज में वहीं महिला दिखाई दी जिसका घरवालों ने अंतिम संस्कार कर शांति भोज भी कर दिया था. पुलिस ने वहां पर मौजूद लोगों को फोटो के आधार पर पूछताछ करते हुए काफी समय तक देखा तो कोई सुराग नहीं मिला. भिंड जिले की दो थानों मौ और मेहगांव थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से महिला की लोकेशन के आधार पर पीछा किया तो नोएडा में मोबाइल पैकिंग करने वाली कंपनी से महिला को जॉब करते हुए 25 जून को गिरफ्तार किया. पुलिस महिला को थाने लेकर आई.

प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने बताया कि वह अकेला रहना पसंद करती है और वह शादी भी नहीं करना चाहती थी. घरवालों ने उसकी शादी कर दी लेकिन हैरानी की बात तो यह भी है कि महिला अपना एक बेटा और एक बेटी को छोड़कर दूसरे राज्य में मोबाइल पैकिंग करने का जॉब करने लगी.

मौ थाना प्रभारी संतोष यादव अपनी पुलिस टीम के साथ अब इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि जिस शव को मेहगांव के वार्ड क्रमांक 2 की गुमशुदा हुई महिला समझकर जलाया गया आखिरकार वह कौन थी? गिरफ्तार महिला की पति से लंबे समय से अनबन थी. एक माह पहले महिला ने अपने पति के सगे भांजे सहित दो अन्य लोगों पर पर 376 का मामला दर्ज कराकर सलाखों के पीछे भेज दिया था. भिंड एसपी असित यादव के निर्देश पर मेहगांव और मौ थाना पुलिस बारीकी से हर एक एंगल पर जांच पड़ताल कर रही है.