भरतपुर: अपने देश में शादी-विवाह का माहौल अक्सर बना रहता है. इस दौरान परिवार से लेकर रिश्तेदारों और पास-पड़ोस के लोगों तक में भी खुशियों का आलम रहता है. हर लोग अपने-अपने स्तर पर शादी की तैयारियों में जुटे रहते हैं. कोई अपने कपड़ों तो कोई किसी अन्य सामान को जुटाने में व्यस्त रहते हैं. इन सबके बीच चर्चा के केंद्र में दूल्हा-दुल्हन रहते हैं. शादी के बाद सभी लोग अपने-अपने काम में जुट जाते हैं. अतिथि भी चले जाते हैं.
सभी कार्यक्रम निपटने के बाद यदि आपको यह पता चले कि दुल्हन फर्जी थी और दूल्हा पक्ष के सभी सामान लूटकर चली गई तो आप क्या सोचेंगे? आप अपनी तो छोड़िए इस घटना से पीड़ित दूल्हे और उनके परिवार के सदस्यों का क्या हाल होता होगा? ऐसा ही मामला कुछ दिनों पहले राजस्थान के भरतपुर में सामने आया. सुहागरात किसी भी नवविवाहित जोड़े के लिए जिंदगी का सबसे खास पल होता है.
शादी की पहली रात नवदंपति प्यार में खोया रहता है और नए सपनों को संजोने का जतन करता रहता है. लेकिन, जब दूल्हे को इस बात का पता चलता है कि वह जिसकी बांहों को अपना संसार समझ रहा है, वह लुटेरी दुल्हन गैंग की सदस्य है तो आप उस शख्स की मनोदशा के बारे में सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं. ऐसा ही एक मामला भरतपुर जिले के गढ़ी-बाजना क्षेत्र के गांव बैसोड़ा में सामने आया है. नई-नवेली दुल्हन शादी के कुछ दिनों बाद ही नकदी और सोने-चांदी के जेवरात लेकर चंपत हो गईं. दुल्हन के इस कारनामे से दूल्हा जहां सदमे में आ गया, वहीं परिवार में कोहराम मच गया.
लुटेरी दुल्हन गिरोह
मामला जब स्थानीय पुलिस के पास पहुंचा तो वे भी हैरान रह गए. उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस गिरोह में शामिल 2 लुटेरी दुल्हन और एक दलाल को गिरफ्तरा कर लिया. पूछताछ करने पर दलाल ने और भी चौंकाने वाले खुलासे किए. उसने बताया कि उसने दोनों को 2-2 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किराये पर लाया था. मतलब यह हुआ कि गिरोह ने युवतियों को 2000-2000 रुपये प्रतिदिन देकर उनकी शादी करवाता था, फिर दूल्हा पक्ष के घर में डाका डालकर वे फरार हो जाती थीं.
यूपी से गिरफ्तार हुई थीं आरोपी युवतियां
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित पक्ष की ओर से मामला दर्ज कराने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई थी. पुलिस टीम ने एक आरोपी लुटेरी दुल्हन को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से तो दूसरी को मैनपुरी से गिरफ्तार किया था. यहां यह दिलचस्प है कि दुल्हन को प्रतिदिन के हिसाब से किराये पर लाकर उनसे चोरी की वारदात को अंजाम दिलाया जाता था. ऐसे मामलों में वृद्धि के बाद शादी से पहले अच्छी तरह से छानबीन कर लेना काफी जरूरी हो गया है.